बीसीसीआई (BCCI) ने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को आईसीसी विश्व कप 2027 (ICC World Cup 2027) तक के लिए भारतीय टीम (Team India) का कोच बना दिया है. गौतम गंभीर अब अगले 3 सालों तक टीम इंडिया की कमान संभाले नजर आयेंगे, इस दौरान उनसे भारत को कई आईसीसी ट्रॉफी की दरकार होगी. गौतम गंभीर ने कोच बनते साफ कर दिया है कि उनका लक्ष्य सिर्फ टीम इंडिया को उंचाइयो पर ले जाना है. गौतम गंभीर ने इसके लिए अपनी टीम बनाने का फैसला किया है.
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने बीसीसीआई से उनके पसंद के बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग कोच बनाने के लिए कहे हैं. बल्लेबाजी कोच में अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) का नाम फाइनल है. वहीं गेंदबाजी कोच में विनय कुमार (Vinay Kumar) और लक्ष्मीपति बाला (Lakshmipathy Balaji) जी का नाम सबसे आगे आ रहा है. इसके साथ ही गौतम गंभीर ने फील्डिंग कोच के लिए एक डच खिलाड़ी के नाम की वकालत की है, जो उनके साथ केकेआर की टीम का हिस्सा था.
इस डच खिलाड़ी को टीम इंडिया का फील्डिंग कोच बनाना चाहते हैं Gautam Gambhir
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने केकेआर के फील्डिंग कोच को ही टीम इंडिया का फील्डिंग कोच नियुक्त करने को कहा है. इसके पहले उन्होंने केकेआर के बल्लेबाजी कोच अभिषेक शर्मा को टीम इंडिया का बल्लेबाजी कोच बना दिया है. इसके साथ ही वो केकेआर के विनय कुमार या फिर लक्ष्मीपति बाला जी को गेंदबाजी कोच के रूप में देखना चाहते हैं.
अब गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने केकेआर के ही फील्डिंग कोच रियान टेन डोशेट (Ryan Ten Doeschate) का नाम सुझाया है. गौतम गंभीर उन्हें हर हाल में टीम इंडिया का फील्डिंग कोच बने हुए देखना चाहते हैं. मौजूदा समय में रियान टेन डोशेट केकेआर के फील्डिंग कोच हैं और इसके साथ ही वो मेजर क्रिकेट लीग और कैरेबियन प्रीमियर लीग में भी कोलकाता नाइट राइडर्स की सहायक टीमों के साथ काम करते हैं.
Ryan Ten Doeschate के सबसे बड़े प्रशंसक हैं गौतम गंभीर
भारतीय टीम के मौजूदा कोच गौतम गंभीर इस डच खिलाड़ी रियान टेन डोशेट के बहुत बड़े प्रशसंक हैं. गौतम गंभीर कई बार उनकी तारीफ़ करते हुए देखे गये हैं. एक इंटरव्यू के दौरान गौतम गंभीर ने रियान टेन डोशेट की तारीफ़ करते हुए कहा था कि
“डचमैन अब तक का सबसे नि:स्वार्थ इंसान है और वह उसके लिए गोली खाने को भी तैयार हैं. मैं उस पर जीवन भर भरोसा कर सकता हूं.”
गौतम गंभीर ने आगे कहा कि
“वर्ष 2011 के आईपीएल में हमारे पास केवल चार विदेशी (खिलाड़ी) उपलब्ध थे. रियान ने उसी समय वनडे विश्व कप में शानदार खेल खेला था, लेकिन हम उस मैच में सिर्फ 3 विदेशी खिलाड़ी के साथ उतरे और रियान मैदान पर ड्रिंक्स लेकर पहुंचे. उसके चेहरे पर कोई निराशा नहीं थी, उसने मुझे निस्वार्थता सिखाई.”