बैंक के नए नियम- यस बैंक के खाताधारकों के लिए बड़ी खबर। यस बैंक ने अपने मर्चेंट ईज़ी और मर्चेंट प्राइम चालू खाताधारकों के लिए शुल्क और चार्ज स्ट्रक्चर में अहम बदलाव किए हैं। ये नए नियम 1 अक्टूबर, 2025 से लागू होंगे। ये बदलाव खास तौर पर नकद जमा, औसत मासिक बैलेंस (AMB), नॉन-मेंटेनेंस पेनल्टी और डेबिट कार्ड शुल्क को प्रभावित करेंगे।
नकद जमा सीमा
मर्चेंट इजी अकाउंट: पिछले महीने के औसत मासिक शेष (एएमबी) के 12 गुना तक मुफ्त नकद जमा, लेकिन अधिकतम 1.5 करोड़ रुपये तक।
मर्चेंट प्राइम खाता: पिछले महीने के AMB के 15 गुना तक निःशुल्क नकद जमा, अधिकतम 5 करोड़ रुपये तक।
सीमा से अधिक नकदी जमा करने पर प्रति 1,000 रुपये पर 4 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा (न्यूनतम 50 रुपये प्रति लेनदेन)।
50 रुपये या उससे कम मूल्य के नोट जमा करने पर 10,000 रुपये से अधिक राशि पर 2% शुल्क लगाया जाएगा।
सिक्कों के लिए जमा सीमा 1,000 रुपये प्रति माह है। इसके बाद 5 प्रतिशत शुल्क लिया जाता है।
भुगतान और लेनदेन सेवाएँ
यस बैंक में आरटीजीएस, एनईएफटी और फंड ट्रांसफर पूरी तरह से मुफ्त हैं।
आईएमपीएस: महीने के पहले 5 लेनदेन निःशुल्क हैं, उसके बाद राशि के आधार पर 2.5 रुपये से 15 रुपये तक शुल्क लगता है।
चेकबुक: 100 पृष्ठों तक निःशुल्क, उसके बाद 2 रुपये प्रति पृष्ठ।
यस बैंक की शाखाओं में डिमांड ड्राफ्ट निःशुल्क।
डेबिट कार्ड शुल्क
एलिमेंट बिजनेस डेबिट कार्ड सभी खातों में उपलब्ध होगा; वार्षिक शुल्क 349 रुपये है।
अंतर्राष्ट्रीय निकासी 150 रुपये प्रति लेनदेन, शेष राशि पूछताछ 20 रुपये।
अन्य बैंक एटीएम: महानगरों में 3 और गैर-महानगरों में 4 निःशुल्क लेनदेन, इसके बाद प्रति वित्तीय लेनदेन 23 रुपये और प्रति गैर-वित्तीय लेनदेन 10 रुपये।