मखाने को सुपरफूड मानकर आप भी रोज खा रहे हैं तो ज़रा रुकिए! ज्यादा मात्रा में सेवन से शरीर को हो सकते हैं ये 3 चौंकाने वाले नुकसान, जिनके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। अगर आप फिटनेस या हेल्थ को लेकर सतर्क हैं, तो ये जानकारी जानना आपके लिए जरूरी है!
आज के समय अन्हेल्थी लाइफस्टाइल के कारण हो रही गंभीर बिमारियों से बचने के लिए लोग स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं। प्रोसेस्ड फूड या जंक फूड की जगह अधिकतर लोग अब हेल्थी स्नैक्स के ऑप्शंस जैसे ड्राई फ्रूट्स, नट्स या मखाने को अपना रहे हैं। हेल्थी स्नैक्स में मखाने जो सबसे अधिक प्रचारित है लोग अधिक से अधिक इसका सेवन करते हैं, लेकिन रोजाना मखाने के सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
पोषण विशेषज्ञों की माने तो मखाने का अत्यधिक सेवन आपकी सेहत के लिए नुक्सानदायक हो सकता है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें पहले से ही कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं मखाने के अधिक सेवन से होने वाले साइड इफेक्ट्स और किन्हें इसके सेवन की मात्रा से जुडी पूरी जानकारी।
मखाने के अत्यधिक सेवन से तीन स्वास्थ्य समस्याएं
यदि आप अधिकतर मात्रा में मखाने का सेवन करते हैं तो आपको निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती है।
पेट से जुडी समस्याएं
मखाने देखने में तो हल्का लगता है लेकिन इसमें फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है। यदि इसे अधिक मात्रा में खाया जाए तो गैस बनना, पेट फूलना, कब्ज जैसी समस्या से पेट में भारीपन और असहजता महसूस हो सकती है। ऐसे में जिन लोगों को पेट से जुडी समस्या बनी रहती है उन्हें इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
किडनी रोगियों के लिए
किडनी के रोगियों को अपने आहार में पोटेशियम की मात्रा को सीमित रखना चाहिए, मखाने में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में किडनी रोगियों को मखाने के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इसका सेवन खून में पोएटेशनियम की मात्रा को बढ़ा सकता यही, जिससे हाइपरकैलेमिया कहते हैं। यह स्थिति जानलेवा हार्ट रिस्क की समस्याओं का कारण बन सकती है ।
वजन बढ़ने की समस्या
वजन कम करने के लिए फ्रूट्स के अलावा मखाने के सेवन करना लोग पसंद करते हैं, हालाँकि अगर खाने में इसकी मात्रा अधिक हो तो इसमें मौजूद कैलोरी आपकी वजन को घटने के बजाय बढ़ाने का काम कर सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार स्वस्थ दिखने वाले मखाने का सेवन सोच-समझकर किया जाना चाहिए और इसकी मात्रा पर नियंत्रण होना जरुरी है।