पशुपालक अगर गाय-भैंस का पालन करते हैं और मच्छरों की समस्या से परेशान हैं, तो यह लेख आपके लिए है।
मच्छरों से पशुओं को होने वाला नुकसान
- मच्छरों से गाय-भैंस जैसे पशुओं को बहुत ज्यादा नुकसान होता है। इससे कई तरह की बीमारियाँ फैलती हैं। मच्छर जब पशुओं को काटते हैं, तो उन्हें बुखार हो सकता है। इससे दूध उत्पादन में भी कमी आ जाती है।
- इसके अलावा, मच्छर काटने से पशुओं की त्वचा पर खुजली, फुंसियाँ और घाव हो सकते हैं।
- रात में पशु ठीक से सो नहीं पाते, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी धीरे-धीरे कम हो जाती है।
पशुशाला में मच्छर बढ़ने के कारण
कई पशुपालक यह समझ नहीं पाते कि उनके पशुशाला में इतने मच्छर क्यों आ जाते हैं। तो आइये जानें इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं-
- अगर आसपास कहीं पानी इकट्ठा हो गया है या नालियाँ खुली हुई हैं, तो मच्छर बहुत तेजी से पनपते हैं।
- आसपास गंदगी होने से भी मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है।
- बरसात के मौसम में नमी और रुका हुआ पानी मच्छरों को जन्म देता है।
- अगर पशुशाला में नियमित सफाई नहीं होती है, तो मच्छरों के आलावा मक्खियों की संख्या भी बढ़ती है।
पशुशाला से मच्छर भगाने के उपाय
अब जानते हैं कि पशुशाला में मच्छरों को कैसे भगाया जाए। नीचे दिए गए देसी और सरल उपाय अपनाकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं-
1. नीम के धुएं का प्रयोग
नीम की सूखी पत्तियों को जलाकर उसका धुआं पशुशाला में करें। यह एक प्राकृतिक कीटनाशक की तरह काम करता है, जिससे मच्छर तुरंत भाग जाते हैं।
2. गोबर के उपले और अजवाइन का धुआं
गोबर के उपलों में अजवाइन मिलाकर जलाने से भी मच्छर दूर भागते हैं। इससे न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि मच्छरों की समस्या भी खत्म होती है।
3. जाली लगाना
पशुशाला की खिड़कियों और दरवाज़ों पर जाली लगाएं, जैसे हम अपने घरों में लगाते हैं। इससे मच्छर अंदर नहीं आ पाएंगे और पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। दूध निकालते समय या साफ-सफाई करते समय मजदूरों को भी राहत मिलेगी।
4. कपूर और नारियल तेल का स्प्रे
कपूर और नारियल तेल को मिलाकर स्प्रे बनाएं और उसे पशुओं पर हल्का छिड़कें। यह मच्छर भगाने में कारगर होता है, लेकिन थोड़ा महंगा उपाय हो सकता है।
5. तुलसी और लेमनग्रास के पौधे लगाएं
अगर आपको बागवानी का शौक है, तो पशुशाला के आसपास तुलसी और लेमनग्रास के पौधे लगाएं। ये पौधे मच्छरों को दूर रखने में मदद करते हैं और वातावरण को भी ताज़ा रखते हैं।
यदि इन उपायों को नियमित रूप से अपनाया जाए, तो पशुशाला को मच्छर मुक्त बनाना संभव है। इससे न केवल पशुओं का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा, बल्कि दूध उत्पादन में भी सुधार होगा।