मछली पालन के लिए किसानों को 40% यानी की 1.6 लाख रुपए सब्सिडी के रूप में मिल रहे हैं चलिए जानते हैं योजना के बारे में-
मछली पालन में फायदा
मछली पालन कमाई का एक अच्छा विकल्प है, खेती किसानी के साथ-साथ मछली पालन करके अपनी आमदनी में कई गुना वृद्धि कर सकते हैं। इस व्यवसाय में लाखों की कमाई कर सकते हैं। जिसमें मत्स्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार अनुदान भी दे रही है। जिसमें जिनके पास तालाब है उनके लिए अच्छा मौका है, मछली पालकों की आय को सुनिश्चित करने की दिशा में यह सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है। चलिए जानते हैं योजना क्या है, इसका फायदा कैसे मिलेगा।
मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना
मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की योजना है। जिसके तहत मछली पालन करने के लिए कुल लागत का 40% अनुदान मिल रहा है। जिसमें तालाब पट्टेदारो को चार लाख रुपए प्रति इकाई लागत आने पर 40% मतलब की 1.6 लाख रुपए सब्सिडी के तौर पर मिलेंगे। जिससे आर्थिक मदद होगी। कम खर्चे में अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। यहां पर बीज भी मिलेंगे। जी हां उच्च गुणवत्ता वाले मछली के बीज किसानों को दिए जाएंगे ताकि मछली उत्पादन में सुधार हो। बढ़िया प्रजाति की मछली का पालन करेंगे तो अच्छी कीमत भी मिलेगी। जिसमें बाजार की मांग, पानी की गुणवत्ता, जलवायु आदि का ध्यान रखे।
मछली पालन के लिए अनुदान कैसे मिलेगा
उत्तर प्रदेश के निवासी मछली पालन के लिए इच्छुक है तो उनके लिए सरकार द्वारा बढ़िया स्कीम चलाई जा रही है। जिसमें आपको बता दे की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के समान मॉडल पर यह योजना भी आधारित है। जिसमें महिलाओं और पिछड़े वर्ग के लोगों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। योजना का लाभ लेने के लिए मत्स्य विभाग में आवेदन करना होगा जिसमें आधार कार्ड, पासबुक के फोटो कॉपी आदि कागज़ जमा करने होंगे। एक किसान दो एकड़ तक की जमीन में मछली पालन कर सकते हैं, और इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। यह योजना उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार के सहयोग से चल रही है। जिसमें लाखों का अनुदान मिल रहा है।