मोती की खेती से अधिक कमाई करना चाहते हैं तो अच्छा अवसर है, बता दे की सरकार ₹6 लाख रुपए तक इसकी खेती के लिए सब्सिडी दे रही है-
मोती की खेती के लिए कितनी सब्सिडी मिल रही है
मोती की खेती करके किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं, वह भी थोड़ी जमीन से। इसी को देखते हुए सरकार किसानों को इस खेती के लिए सहयोग दे रही है। जैसा कि आप जानते हैं, मोती की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है, इसलिए इसकी खेती में मुनाफा ज्यादा है। उत्तर प्रदेश राज्य सरकार किसानों को मोती की खेती पर 50% अनुदान दे रही है। यदि मोती की खेती में कुल लागत लगभग 12 लाख रुपए आती है, तो इसमें से 50% यानी करीब 6 लाख रुपए किसानों को अनुदान के रूप में मिलते हैं। आइए जानते हैं मोती की खेती से होने वाली कमाई के बारे में।
मोती की खेती से कितनी कमाई होगी
मोती की खेती में किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है। मोती से आभूषण बनाए जाते हैं और कई सरकारी एजेंसियां, संगठन और समितियां मोती उत्पादकों से मोती की खरीद करती हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी मोती की अच्छी मांग है। किसान अपने उत्पाद आभूषण निर्माताओं और कंपनियों को बेच सकते हैं। इसके अलावा स्थानीय बाजार में सीधे आभूषण विक्रेताओं को भी मोती बेचे जा सकते हैं।
मोती का उपयोग आयुर्वेद में भी होता है, जिसमें मोती की राख जैसी कई चीजें बनाई जाती हैं। यदि वैज्ञानिक तरीके से मोती की खेती की जाए, तो लगभग 18 महीनों में 8.5 लाख रुपए तक की शुद्ध कमाई की जा सकती है। इसके लिए मोती उत्पादन, पालन और तकनीकी प्रशिक्षण लेना जरूरी होता है, जिससे नुकसान की संभावना कम हो जाती है। लगभग 2000 वर्ग फुट के तालाब में 10,000 सीपों की खेती की जा सकती है, जिससे अच्छी आमदनी होती है।
मोती की खेती के लिए प्रशिक्षण और सब्सिडी कैसे मिलेगी
किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले प्रशिक्षण लेना सही होता है। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा राजभवन परिसर के तालाब में मोती की खेती परियोजना का शुभारंभ किया गया है। इस परियोजना में मनी एग्रो हब प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मोती सीप की सर्जरी और तकनीक का प्रदर्शन किया गया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मोती की खेती किसानों के लिए कमाई का अच्छा विकल्प है। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत भी मोती की खेती के लिए 50% तक अनुदान दिया जाता है, जिससे खेती की लागत कम होती है।
