नई दिल्ली: यूपी के कुछ शिक्षकों को अब बंपर लाभ मिलेगा, जिसकी खूब चर्चा भी हो रही है। उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालय और सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। अब राज्य विश्वविद्यालयों और अशासकीय सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों और शिक्षणोत्तर कर्मचारियों को भी बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा।
अगर शिक्षक और कर्मचारी 30 जून या 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं, तो उनकी पेंशन और ग्रेच्युटी की गणना काल्पनिक वेतन वृद्धि के साथ मानी जाती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी शिक्षक की सेवानिवृत्ति तिथि 30 जून या 31 दिसंबर है और उसकी वेतन वृद्धि अगले ही दिन यानी 1 जुलाई या 1 जनवरी को होनी है, तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिलता था। अब उन्हें यह लाभ काल्पनिक वेतन वृद्धि के रूप में मिलना तय है।
कौन से कर्मचारी दायरे में आएंगे
1 जनवरी 2026 के बाद शासनादेश जारी होने से पहले 30 जून 2025 को सेवानिवृत्ति ले चुके कर्मचारी भी इस लाभ के दायरे में आ सकेंगे। उन्हें यह लाभ प्रभाव से ही मिलेगा। पिछली अवधि का एरियर नहीं दिया जा सकेगा। यही नियम 1 जनवरी 2016 के बाद सेवानिवृत्त हुए उन कर्मचारियों पर भी लागू होगा जिनकी सेवानिवृत्ति तिथि 30 जून या 31 दिसंबर थी।
उनकी वेतन वृद्धि 1 जुलाई या 1 जनवरी से निर्धारित थी। 1 जनवरी 2006 से लागू समिति की अनुशंसा के आधार पर इसे लागू करने का यह निर्णय लिया गया। यह शासनादेश उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा में पहले से ही लागू था। इसके साथ ही, उच्च शिक्षा में भी इसके लागू होने से अब हजारों शिक्षकों को इसका लाभ मिल सकेगा।
बड़ी संख्या में लोगों को मिलेगा लाभ
सरकार के इस आदेश का लाभ बड़ी संख्या में शिक्षकों को मिलेगा। अब तक ऐसा नहीं हो रहा था। वहीं, राज्य कर्मचारियों को भी अब डीए बढ़ोतरी का इंतज़ार है। माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही डीए बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है, जिसका बड़े पैमाने पर फ़ायदा मिलना तय है।