उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते पर बड़ा अपडेट आया है। कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़कर 10 हजार से ऊपर चला जाएगा। यूपी और राजस्थान के कर्मचारियों को जल्द ही बढ़ हुए महंगाई भत्ते की सौगात मिलने वाली है।
महंगाई भत्ते को लेकर उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कर्मचारी के मन में उत्सुकता बनी हुई है कि उनकी सैलरी में कितना इजाफा होगा। इसको लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है। महंगाई भत्ता बढ़ाकर ₹10000 से ज्यादा चला जाएगा। महंगाई भत्ते की गणना को लेकर जरूरी आंकड़े सामने आए हैं।
कैसे कैलकुलेट किया जाता है महंगाई भत्ता
महंगाई भत्ते को कैलकुलेट करने के लिए औद्योगिक श्रमिकों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को आधार बनाया जाता है। इन आंकड़ों के आधार पर महंगाई के हिसाब से महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की जाती है। भारत सरकार के लेबर ब्यूरो की ओर से महंगाई भत्ते के आंकड़े जारी किए जाते हैं। सरकार ने 12 महीने में औसत आंकड़ों का आंकलन करने का फार्मूला बनाया है। सातवें वेतन आयोग के तहत यह फार्मूला काम करता है।
हर 6 महीने में किया जाता है संशोधन
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हर 6 महीने में महंगाई भत्ते में संशोधन किया जाता है। महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी बेसिक सैलरी पर आधारित होती है। पहला संशोधन जनवरी और दूसरा संशोधन जुलाई से लागू किया जाता है।
इतनी बढ़ जाएगी उत्तर प्रदेश की कर्मचारियों की सैलरी
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 7वें वेतन आयोग के तहत सैलरी मिल रही है। 7वें वेतन आयोग के तहत फिलहाल कर्मचारियों को 18000 रुपए न्यूनतम बेसिक सैलरी दी जाती है। अगर महंगाई भत्ते में इजाफे की बात करें तो इसमें 3% का इजाफा होना चाहिए। उम्मीद है फिलहाल कर्मचारियों को 55% महंगाई भत्ता दिया जा रहा है।
यह बढ़कर 58% पर चला जाएगा। इससे कर्मचारियों की सैलरी में भी अच्छा खासा इजाफा होगा। 540 रुपए प्रति महीना का इजाफा देखने को मिलेगा और महंगाई भत्ता 9900 रुपए से बढ़कर 10440 रुपए प्रति महीना पहुंच जाएगा। सालाना बढ़ोतरी 6480 रुपए की होगी।
यह है महंगाई भत्ते का फॉर्मूला DA (%) = [(12 माह का औसत CPI-IW – 261.42) ÷ 261.42] × 100