Khadya Surksha Yojana राजस्थान में खाद्य सुरक्षा योजना से अस्थायी रूप से कटेगा नाम, E-KYC नहीं करवाने का उठाना पड़ेगा खामियाजा
तिथि बढ़ाने के बावजूद खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों की ओर से ई-केवाईसी कराने में बरती जा रही उदासीनता अब ऐसे लाभार्थियों पर भारी पड़ेगी। ई-केवाईसी नहीं कराने वाले ऐसे लाभार्थियों के नाम योजना से अस्थाई रूप से हटाए (डिलीट) किए जाएंगे। ऐसे में लाभार्थी विभाग की योजना से वंचित होंगे। इस संबंध में सरकार की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि जारी किए गए आदेश में लाभार्थियों को राहत भी दी गई है, जिसके तहत 31 मार्च 2025 तक ई-केवाईसी कराने पर संबंधित लाभार्थियों के नाम जिला रसद अधिकारी स्तर से पुन: एक्टिव किए जा सकेंगे।
ई केवाईसी लास्ट डेट
रसद विभाग सूत्रों के अनुसार खाद्य सुरक्षा योजना में जुड़े परिवारों के सभी सदस्यों की राशन डीलर के यहां ई-केवाईसी कराया जाना जरूरी है। इसके लिए सरकार की ओर से तिथि निर्धारित करते हुए प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसके तहत संबंधित लाभार्थी परिवार के सभी सदस्यों को पॉश मशीन से बायोमैट्रिक सत्यापन किया गया, जिसकी अन्तिम तिथि सरकार ने बढ़ाकर 31 दिसबर 2024 निर्धारित की थी, लेकिन प्रदेश के अनेक जिलों में ई-केवाईसी शत-प्रतिशत नहीं हो सकी है। ऐसे में अब सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं।
आदेशों के अनुसार खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित जिन लाभार्थियों ने 31 दिसबर 2024 तक ई-केवाईसी नहीं कराई है, उनके नाम योजना से अस्थाई रूप से हटाए (डिलीट) जाएंगे। हालांकि सरकार ने ऐसे लाभार्थियों को पुन: योजना से लाभान्वित करने के संबंध में भी आदेश जारी किए हैं, जिसके तहत यदि लाभार्थी 31 मार्च तक ईकेवाईसी करा लेंगे तो जिला रसद अधिकारी स्तर से पुन: एक्टिव किया जा सकेगा
31 जनवरी तक ई-केवाईसी नहीं कराने वाले राशन कार्ड धारी उपभोक्ता होंगे राशन से वंचित
प्रदेश में खाद्य सुरक्षा योजना में ई-केवाईसी कराने की प्रगति धीमी चल रही है। ऐसे में रसद विभाग को ई-केवाईसी करवाने की तिथि बार-बार बढ़ानी पड़ रही है। ई- केवाईसी के मामले में पहले स्थान पर श्रीगंगानगर जिला है। यहां के 56.67 प्रतिशत परिवारों ने ई-केवाईसी करवा ली है।
वहीं, दूसरे स्थान पर नागौर 56.10 फीसदी और तीसरे स्थान पर झुंझुनूं जिले में 55.93 प्रतिशत लोगों ने राशन कार्डों की ई-केवाईसी करवा ली है। जबकि बांसवाड़ा सहित कई जिलों की स्थिति खराब है। यहां सिर्फ 20.34 फीसदी परिवारों ने ही ई-केवाईसी करवाई है। यह सबसे निचले पायदान पर है। अगर 31 जनवरी तक ई-केवाईसी नहीं करवा पाए तो इन परिवारों को राशन मिला बंद हो जाएगा।
ई केवाईसी नहीं होने का मुख्य कारण
ई-केवाईसी नहीं कराने के पीछे प्रमुख कारण बच्चों के आधार कार्ड अपडेट नहीं होना है। परिवार में बेटियों की शादी के बाद भी राशन कार्ड से नाम नहीं हट पाए, जो राशन ले रहे हैं, सर्दी में कई बुजुर्गों के अंगूठे की निशानी नहीं आती है, नए नियम वाहन मालिक व आयकर दाता, जो अब तक राशन ले रहे थे, उन्हें वसूली का डर है, परिवार के लोग मजदूरी के लिए बाहर चले गए हैं।
