भारत देश की युवा पीढ़ी खतरों के खिलाडी हैं, जोखिम के परवाह किये बिना लोग अधिक से अधिक संख्या में शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि लोगों को अधिक रिटर्न की चाह है, अगर म्यूचुअल फंड निवेश में लम्बे समय तक टिके रहें तो सामान्य जोखिम पर भी उच्च रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है. इस बात का सबूत है Nippon India Growth Fund जोकि मिड कैप इक्विटी म्यूचुअल फंड है.
छोटी मार्केट कैप (मध्यम) वाली कंपनियों में निवेश के वजह से Nippon India Growth Fund हाई रिस्क कैटेगरी का फंड है, परन्तु जब रिटर्न की बात आती है तो यह उच्च रिटर्न के लिए भी जाना जाता है. बीते कुछ सालों से म्यूचुअल फंड निवेश काफी बढ़िया रिटर्न देते आ रहे हैं, Nippon India Growth Fund की बात करें तो इस योजना ने 1100 रुपये की एसआईपी करने वालों को करोड़ों का मालिक बना दिया है.
म्यूचुअल फंड क्या है?
जिस प्रकार बैंक एफडी, पोस्ट आफिस स्कीम आदि में निवेश किया जाता है वैसी ही म्यूचुअल फंड भी एक निवेश योजना है, क्योंकि म्यूचुअल फंड का रिटर्न भारतीय शेयर बाजार के ऊपर डिपेंड हैं यह एफडी व अन्य योजनों की तुलना में अधिक रिटर्न दे सकता है, परन्तु बाजार उठा-पटक के अनुसार निवेश जोखिम भी शामिल है.
Nippon India Growth Fund – 1100 रुपये की एसआईपी कैसे बना 5 करोड़
निप्पॉन इण्डिया ग्रोथ फंड को 8 अक्टूबर 1995 में लांच किया गया था, इस योजना ने अपने 29 साल पुरे कर लिए हैं और इस दौरान 23.75 फीसदी सालाना कम्पाउंडिंग ग्रोथ रेट का रिटर्न रहा, यानी इन सालों में जिस निवेशक ने 1100 रुपये की एसआईपी इस योजना में की होती तो वह आज 5 करोड़ रुपये से ज्यादा का मासिक होता
- 1100 रुपये की मंथली SIP
- 29 साल में कुल निवेश 3,82,800 रुपये
- 23.75 फीसदी सालाना रिटर्न
- 5.15 करोड़ रुपये सिर्फ ब्याज
- 29 साल में आपका कुल फंड करीब 5.19 करोड़ रुपये
म्यूचुअल फंड में निवेश सहीं या नहीं
म्युचुअल फंड शेयर बाजार से जुड़ा हुआ है, लिहाजा फंड का रिटर्न एक समाना और गारंटेड नहीं है, जो निवेशक अपने निवेश पर रिस्क ले सकते हैं और लम्बी अवधि जैसे 10, 15 साल के लिए निवेश करना चाहते हैं म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.
डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल केवल जानकारी उद्देश्य के लिए हैं, इसे निवेश सलाह ना समझें, अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो कृपया पहले एक्सपर्ट की राय लें.