हाल ही में ब्रोकरेज हाउस ने रिलायंस के शेयर को लेकर ₹3500 तक का टारगेट दिया था और इसके पीछे कंपनी के एक्सपेंशन को मुख्य कारण बताया था. दावा किया गया है कि रिलायंस नए सिरे से नई ऊर्जा उद्योग में कदम रखेगी तो वहीं मीडिया क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी भी उभर कर बनेगी.
इस को रिलायंस इंडस्ट्रीज के नए विलय में मोहर लगा दी है जिसके तहत डिज्नी को रिलायंस इंडस्ट्रीज का पार्ट बनाया जा रहा है.
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी कंपनी की मीडिया इकाइयों के विलय को मंजूरी दे दी है। इस विलय के तहत रिलायंस की वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड और डिज्नी की स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SIPL) एक साथ मिलकर देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी बनाएंगे।
Reliance Disney Deal:
- विलय की घोषणा: इस विलय की घोषणा साल की शुरुआत में की गई थी और इसे 70,350 करोड़ रुपये के समझौते के रूप में माना गया है।
- सीसीआई की शर्तें: CCI ने इस विलय को कुछ स्वैच्छिक संशोधनों के साथ मंजूरी दी है, जो कि दोनों पक्षों द्वारा प्रस्तावित किए गए थे।
नई कंपनी का गठन:
इस विलय के लागू होने के बाद, यह नई कंपनी देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी के रूप में उभरेगी। इससे मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और दर्शकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।