भारतीय क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी और भाजपा विधायक रिवाबा जडेजा कैमरे के सामने हमेशा एक आदर्श बहु की तरह नजर आती है इसके साथ ही वह सर पर आंचल, मैच जीतने पर क्रिकेट ग्राउंड में पति के पैर छूना, लिप लॉक के इस जमाने रिवाबा का ऐसा करना सेलिब्रिटी में उन्हें सबसे अलग बना दिया है इसके साथ ही यह सब करने वाली लडकियां पेरेंट्स के लिए अच्छी बहू बनकर के रहती है।
लेकिन हाल ही मीडिया रिपोर्टर ने बातचीत करते हुए रविंद्र जडेजा के पिता अनिरुद्ध सिंह जडेजा ने बहू को लेकर कुछ ऐसे खुलासे किए हैं, जिसे सुनकर रिवाबा जडेजा विलेन से कम नजर नहीं आती है। रविंद्र जडेजा के पिता ने बताया कि शादी के तीन महीने बाद ही रिवाबा ने सब कुछ उनके नाम पर करने की बात शुरु कर दी थी। इसके लिए उन्होंने ससुराल में सबको बहुत परेशान भी किया। वह परिवार से दूर अकेले रविंद्र के साथ रहना चाहती थी। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि मेरे रविंद्र और उनकी पत्नी से कोई संबंध नहीं रह गया है। मेरा तो बेटा है, दिल जलकर राख हो जाता है। आपको बता नहीं रिवाबा ने क्या जादू कर दिया, बेटे की शादी ना की होती तो अच्छा होता।
पति के पैसे पर हक जमाना
अनिरुद्ध सिंह जडेजा का कहना है कि इस बात में कोई दोराय नहीं है पति की हर एक चीज पर पत्नी का हक़ होता है इसके साथ ही शादी होते ही जब बहू अपना हक़ मांगने लगे यह समझना जरूरी है कि बचपन से जिस परिवार में व्यक्ति पला-बढ़ा होता है उसके प्रति भी उसकी कुछ जिम्मेदार होती है। ऐसे में जब शादी के बाद बेटा इन जिम्मेदारियों से मुंह फेर लेता है तो इसके लिए बहू को ही खराब बताया जाता है।
छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करना
लड़ाई झग़डे हर एक परिवार में देखने को मिल जाते है लेकिन बेवजह बातों का मुद्दा बनाना भी अच्छी बात नहीं होती है ऐसे में अगर लड़की अपने सौराल में करती है तो वह झगडालू , तेज जैसे शब्दों से परिभाषित होने लगती है।
बटवारे की मांग करना
बटवारा हर पर परिवार का सच है। लेकिन इसके लिए ससुराल में जाते ही डिमांड करने लगना एक आदर्श बहू का गुण नहीं होता है। ऐसी बहुओं को समाज को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता है। इसके साथ ही ससुराल वाले भी उसके साथ रिश्ता रखना पसंद नहीं करते हैं।
पति का पैसा मायके में देना
पति के पैसे से मायके वालों की मदद करना गलत नहीं है। लेकिन आप पति का पैसे से मायका का खर्चा उठाने लगे तो यह गलत है। खासतौर पर तब जब इसकी खबर पति या ससुराल वालों को ना हो। इससे आपकी तो बदनामी होगी ही साथ ही आपके मायके वालो की भी कोई इज्जत नहीं रह जाती है।