नई दिल्ली। दिवाली से पहले सरकारी कर्मचारियों को केंद्र सरकार की ओर से बड़ा तोहफा मिल सकता है। लंबे समय से महंगाई भत्ते (DA Hike) की प्रतीक्षा कर रहे कर्मचारियों और पेंशनर्स को त्योहार से पहले राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार इस बार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है।
कितना बढ़ सकता है महंगाई भत्ता?
सूत्रों के मुताबिक, इस बार डीए में 3 से 4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। फिलहाल महंगाई भत्ता 55% है, और इसमें बढ़ोतरी के बाद यह 58% से 59% तक पहुंच सकता है।
सैलरी और पेंशन पर कितना असर पड़ेगा?
अगर बढ़ोतरी लागू हुई तो कर्मचारियों की जेब पर इसका सीधा असर होगा। उदाहरण के लिए, 18,000 रुपये बेसिक वेतन वाले कर्मचारी की सैलरी में करीब 540 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, 9,000 रुपये बेसिक पेंशन पाने वाले पेंशनर्स को हर महीने लगभग 270 रुपये का अतिरिक्त फायदा मिलेगा। इस पर अंतिम फैसला कैबिनेट की बैठक में सितंबर और अक्टूबर के बीच लिया जा सकता है।
कैसे तय होता है महंगाई भत्ता?
डीए का निर्धारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर किया जाता है। यदि CPI-IW में वृद्धि दर्ज होती है, तो महंगाई भत्ता बढ़ता है। वहीं, सूचकांक में गिरावट आने पर डीए में भी कटौती संभव है।
CPI-IW के ताज़ा आंकड़े
लेबर ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 में CPI-IW 143 अंक पर था। अप्रैल 2025 में यह बढ़कर 143.5 हो गया और मई 2025 में 0.5 अंक की और बढ़त के साथ 144 पर पहुंच गया। लगातार इस वृद्धि ने डीए में इजाफे की संभावना को मजबूत कर दिया है।
आखिर क्या है महंगाई भत्ता?
महंगाई से राहत देने के लिए कर्मचारियों को उनकी बेसिक सैलरी के अतिरिक्त एक निश्चित राशि महंगाई भत्ते के रूप में दी जाती है। इसे साल में दो बार संशोधित किया जाता है। बढ़ोतरी या कटौती का फैसला उस समय की महंगाई दर पर निर्भर करता है, जिसे CPI-IW के आधार पर मापा जाता है।