केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी खरीफ बुवाई सीजन में किसानों को यूरिया देने के लिए काम कर रही हैं। राज्य सरकार 2025 के खरीफ सीजन के लिए समय पर पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। राज्य के कृषि मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार की मदद से यूरिया, डीएपी और एनपीके उर्वरकों की आपूर्ति जारी है। इससे किसानों को बिना किसी परेशानी के फसलों की बुवाई, रोपाई और टॉप ड्रेसिंग में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि 1 अगस्त से 26 अगस्त, 2025 तक भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश को 301 यूरिया रैक भेजे हैं। इनमें से 267 रैक किसानों तक पहुँच चुके हैं और 34 रैक रास्ते में हैं। ये अगले 2-3 दिनों में जिलों तक पहुँच जाएँगे। मंत्री ने यह भी बताया कि अभी किसानों की दैनिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिदिन 10 से 12 रैक यूरिया की आपूर्ति की जा रही है।
जिलों में यूरिया के रैक भेजे गए
27 और 28 अगस्त को केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यूरिया की 18 नई रैक भेजीं. मुख्य जिले बस्ती, अलीगढ, मऊ, अयोध्या, झाँसी, जालौन, सुल्तानपुर, शाहजहाँपुर, कानपुर, बाराबंकी, बरेली, मोरादाबाद, हरदोई, गोरखपुर, मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर और बदायूँ हैं। यूरिया वितरण 2025 के तहत इन जिलों में समय पर सप्लाई पहुंच रही है.
उर्वरक स्टॉक और गुणवत्ता
27 अगस्त 2025 तक उत्तर प्रदेश में पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध है। यूरिया का स्टॉक 5,64,865 मीट्रिक टन, डीएपी 4,07,792 मीट्रिक टन और एनपीके 3,03,446 मीट्रिक टन है। किसान अपनी ज़रूरत के अनुसार स्थानीय केंद्रों से उर्वरक ले सकते हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि सभी उर्वरक ब्रांड एक ही गुणवत्ता के होते हैं। किसानों को केवल एक ही ब्रांड पर निर्भर नहीं रहना चाहिए और ज़रूरत से ज़्यादा उर्वरक का भंडारण नहीं करना चाहिए। इससे हर किसान को समय पर उर्वरक मिल सकेगा।
कालाबाजारी के खिलाफ कार्रवाई
सरकार कालाबाज़ारी और ऊँची कीमतों पर कड़ी नज़र रख रही है। 2025-26 में 12,653 छापे मारे गए। जाँचे गए 3,385 उर्वरक नमूनों में से 35 खराब पाए गए। सरकार ने 571 लाइसेंस निलंबित किए, 1,196 रद्द किए, 122 दुकानदारों को चेतावनी दी, 15 दुकानों पर प्रतिबंध लगाया, 12 दुकानें सील कीं, 111 एफ़आईआर दर्ज कीं और 11 लोगों को जेल भेजा। किसानों को उर्वरक केवल अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) पर ही खरीदना चाहिए।
कालाबाजारी के बारे में किसी भी शिकायत के लिए किसान टोल-फ्री नंबर 1800-180-1551 पर कॉल कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में कालाबाजारी का मामला
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर ज़िले में एक दुकानदार ₹266 की बजाय ₹950 में यूरिया बेचते पकड़ा गया । उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई और अधिकारियों ने सभी विक्रेताओं को दुकानों के बाहर मूल्य सूची लगाने का निर्देश दिया। किसानों से कहा गया है कि अगर कोई निर्धारित मूल्य से ज़्यादा पर खाद बेचता है तो वे इसकी सूचना दें।