SIM Card action: भारत सरकार ने टेलीकम्युनिकेशन फ्रॉड के खिलाफ एक मजबूत कदम उठाया है. संचार मंत्रालय ने घोषणा की है कि उन्होंने संचार साथी के सहयोग से अनेक फ्रॉड नंबरों की पहचान की है और उन्हें बंद कर दिया गया है. इस पहल से न केवल नेटवर्क की स्पीड में सुधार होगा बल्कि उपभोक्ताओं को भी एक सुरक्षित और भरोसेमंद संचार सेवा मिलेगी.
फ्रॉड के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) और DoT (Department of Telecommunications) ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि वे स्पैम कॉल्स और फ्रॉड मोबाइल कनेक्शन के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेंगे. इस दिशा में अब तक 1 करोड़ से अधिक मोबाइल कनेक्शन (mobile connections) को बंद करने की कार्रवाई की जा चुकी है जिससे संचार नेटवर्क में सुधार हुआ है.
स्पैम कॉल्स और फैक कॉल्स पर रोक
स्पैम कॉल्स, रोबो कॉल्स और प्री-रिकॉर्डेड कॉल्स को रोकने के लिए TRAI ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को निर्देश दिया है कि वे ऐसे कनेक्शन को बंद करने और उन्हें ब्लैकलिस्ट (blacklist) करने की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दें. इस कार्रवाई में अब तक साढ़े तीन लाख से अधिक नंबर बंद किए जा चुके हैं.
संचार विभाग की भूमिका और फाइनेंशियल फ्रॉड की रोकथाम
संचार मंत्रालय ने बताया कि संचार साथी की मदद से 2.27 लाख मोबाइल हैंडसेट्स को ब्लॉक किया गया है. ये हैंडसेट्स मुख्य रूप से साइबर क्राइम और वित्तीय धोखाधड़ी (financial fraud) में शामिल पाए गए थे. इस पहल से नेटवर्क की सुरक्षा में सुधार होगा और उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाया जा सकेगा.
नियमों में सुधार और नेटवर्क प्रदर्शन की निगरानी
TRAI ने हाल ही में अपने नियमों में सुधार किया है और नए नियम 1 अक्टूबर 2024 से लागू हुए हैं. इन नियमों के तहत, टेलीकॉम सेवाओं के प्रदर्शन (performance monitoring) की समीक्षा अब हर महीने की जाएगी, जबकि पहले यह तिमाही आधार पर की जाती थी. इससे सेवा की गुणवत्ता में लगातार सुधार होगा और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी.
व्यक्तिगत मोबाइल नंबर का सुरक्षित उपयोग
सरकार ने उपभोक्ताओं को सलाह दी है कि वे अपने पर्सनल मोबाइल नंबर का इस्तेमाल केवल निजी संचार के लिए करें और इसे किसी भी प्रकार के प्रमोशनल उद्देश्यों के लिए उपयोग में न लाएं. ऐसा करने से उनके नंबर को ब्लॉक किए जाने का खतरा कम होगा और वे संभावित फ्रॉड से बच सकेंगे.