इस हफ्ते के बीच सोयाबीन और सोया तेल के कीमतों में कितना बदलाव, जानें 2025 भविष्य की चाल कैसी रहेगी? जानें (Soybean Price Future 2025) सोयाबीन व सोया तेल रिपोर्ट …
इस सप्ताह की मुख्य बातें | Soybean Price Future 2025
बीते हफ्ते के दौरान शुरुआत में सोमवार को सोलापुर लाइन में सोयाबीन के दाम 4410 रुपए प्रति क्विंटल जो कि सोलापुर लाइन शनिवार शाम को सोयाबीन भाव 4500 रुपए पर में बंद हुआ। यानी इस सप्ताह में 90 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिली।
इस हफ्ते के दौरान सोयाबीन की कीमतों में 25 से लेकर 50 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। कमजोर मांग के बीच सोयामील की कीमतों में सुधार देखा गया। सोयाबीन की कीमत समर्थन मूल्य से 600 से लेकर 700 रुपए प्रति क्विंटल कम चल रहा है।
सोयाबीन की फसल MSP पर खरीद 8.82 लाख टन तक पहुंची। सूत्रों के अनुसार, सोयाबीन की खरीद 7 फरवरी तक जारी रहेगी। सरकार वायदा कारोबार से प्रतिबंध हटा सकती हैं।
सोयाबीन की आवक
बता दें कि दैनिक अराइवल की बात करें तो यह सोयाबीन आवक 2.80 से लेकर 3.00 लाख बोरी के बीच में हो रहा है। यदि सोयाबीन की सरकारी खरीद में रफ्तार तेज होता। तो फिर इसके रेट में अच्छी बढ़ोतरी हो सकती थी।
सोयाबीन की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारण
ऊँचे भाव के कारण सोयामील की माग सुस्त बनी हुई है। भारतीय सोयामील का भाव ब्राजीलियाई सोयामील से 40-60 $/टन ऊँचा है। दक्षिण अमेरिका में सोयाबीन उत्पादन बढ़ने के अनुमान से तेजी सीमित रहेगी। सोयाबीन की सरकारी खरीद वास्तविक लक्ष्य से काफी कम हैं।
भविष्य की चाल कैसी रहेगी?
सोयाबीन की कीमतें शार्ट टर्म बॉटम बन चूका है। जब तक दक्षिण अमेरिका में फसल की कटाई शुरू नहीं हो जाती, सोयाबीन में बड़ी गिरावट का जोखिम कम है।
पर्याप्त स्थानीय सप्लाई, सोया तेल का अधिक आयात और सुस्त सोयामील निर्यात से बढ़त सीमित रहेगी।
महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट को 4580 के करीब प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। जिसके ऊपर निकलने से 4750-4800 तक बढ़ सकता है।
बड़ी तेजी के लिए कोई मुख्य कारण नहीं है। इसलिए 4750 से 4800 की ओर बढ़त का उपयोग हाथ में मौजुद स्टॉक को खाली करने के लिए किया जाना चाहिए। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।
सोया तेल (Soyabean Oil Report)
कई कारणों से इस सप्ताह सीबोओटी सोया तेल में 14% की तेजी आई।
तेजी के लिए जिम्मेदार कारण
बाइडेन प्रशासन टैक्स क्रेडिट पर नए दिशानिर्देशों के साथ रीन्यूएबल फ्यूल उत्पादन का समर्थन कर रहा है।
ट्रंप के कार्यालय संभालने पर कनाडा से आयात पर ऊँचा टैरिफ संभावित है। कैनोला तेल आयात पर टैरिफ से जैव ईधन मिश्रण के लिए केनोला आयल को शार्टज बनेगी। अमेरिका में सोयाबीन का स्टॉक कम होने और यूएसडीए द्वारा उत्पादन में कटौती।
सीबीओटी सोया तेल (मार्च) आउटलुक
सोया तेल के लिए 45.50 मजबूत प्रतिरोध था। अगले सप्ताह इसके ऊपर बने रहने पर, सोया तेल वायदा फिर से 50 के स्तर पर पहुंच जाएगा। अमेरिका में आयात शुल्क में बढोतरी और बायोफ्यूल टैक्स क्रेडिट पर डोनाल्ड ट्रंप का रुख सोया तेल का भविष्य तय करेगा।
भारतीय बाज़ार सोया तेल समीक्षा
इस सप्ताह सोया तेल के दाम 3.5 रुपए प्रति किलो बढ़कर 1250 रुपए पर पहुंच गया। जबकि इंदौर लाइन के सोया तेल प्लांटों ने दरों में 6 से 7 रुपये प्रति किलो की बढोतरी की और 1280-1290 रेंज में बोली लगाई। लैंडिंग कॉस्ट में मजबूती सोया तेल आयात में 5 रुपये प्रति किलो डिस्पैरिटी आया।
कितना बढ़ सकता है सोया तेल?
5 रुपये प्रति किलो की इम्पोर्ट डिस्पैरिटी को देखते हुए, अमेरिका द्वारा आयात शुल्क बढ़ोतरी पर उम्मीद से सोया तेल में 4 से 5 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हो सकती है। कांडला सोया तेल 1300 के स्तर पर पहुंच सकता है। जबकि इंदौर लाइन 1340 के स्तर को छू सकती है।
एक बार जब सोया तेल यहां 4-5 रुपये प्रति किलो बढ़ जाएगा, तो व्यापारियों को मुनाफा वसूली करनी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए अगले संकेत की प्रतीक्षा करनी चाहिए। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।