सोलर पैनल : सबसे सस्ते 6 kW सोलर पैनल का प्रयोग कर आप एक कुशल सोलर सिस्टम को कम कीमत में लगा सकते हैं। जिसका लाभ लंबे समय तक मिलता है।
गर्मियों के समय में बिजली की जरूरत बढ़ जाती है, ऐसे में कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है, बिजली की कटौती भी बढ़ जाती है, और बिजली का बिल भी तेजी से बढ़ने लगता है। ऐसे में नवीकरणीय ऊर्जा का प्रयोग किया जा सकता है, सोलर पैनल सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने का कार्य करते हैं, इनके द्वारा बिना किसी प्रदूषण को उत्पन्न किए बिजली का निर्माण किया जाता है। आज के समय में सोलर उपकरणों का प्रयोग भी तेजी से बढ़ने लगा है, भारत में बनने वाले सबसे सस्ते 6 kW सोलर पैनल की जानकारी यहाँ देखें।
सोलर पैनल द्वारा दिष्ट धारा DC के रूप में बिजली का उत्पादन किया जाता है, जबकि घर के अधिकांश विद्युत उपकरण AC (प्रत्यावर्ती धारा) के माध्यम से संचालित होते हैं, ऐसे में सोलर सिस्टम में सोलर इंवर्टर का प्रयोग किया जाता है, जो DC को AC में परिवर्तित करने का कार्य करता है। सोलर उपकरणों के प्रयोग से ही जीवाश्म ईंधन (डीजल, पेट्रोल आदि) की निर्भरता को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है। सोलर सिस्टम को कम रखरखाव की आवश्यकता होती है, सोलर सिस्टम को स्थापित कर के लंबे समय तक बिजली का लाभ इनसे प्राप्त किया जा सकता है।
भारत में बिकने वाले सबसे सस्ते 6 kW सोलर पैनल
आज के समय में बाजारों में मुख्यतः 3 प्रकार के सोलर पैनल उपलब्ध रहते हैं, इनमें से यदि आप सबसे किफायती सोलर पैनल खरण चाहते हैं, तो ऐसे में पॉलीक्रिस्टलाइन प्रकार के सोलर पैनल का चयन कर सकते हैं। ऐसे सोलर पैनल की दक्षता कम होती है, अर्थात इनके द्वारा कम बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, ये केवल धूप की उपस्थिति में ही कार्य कर सकते हैं। 6 किलोवाट क्षमता के पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कीमत लगभग 1.60 लाख रुपये तक होती है।
यदि अप उच्च दक्षता के एवं एडवांस तकनीक के सोलर पैनल का प्रयोग अपने सोलर सिस्टम में करना चाहते हैं तो ऐसे में आप मोनो PERC तकनीक के सोलर पैनल को खरीद सकते हैं, ये सोलर पैनल कुशल दक्षता के साथ बाजार में उपलब्ध रहते हैं, 6 किलोवाट के मोनो PERC सोलर पैनल की कीमत लगभग 1.80 लाख रुपये तक होती है। यदि आप इनसे भी अधिक एडवांस तकनीक के सोलर पैनल का प्रयोग करना चाहते हैं, तो आप बाइफेशियल सोलर पैनल खरीद सकते हैं, 6 किलोवाट क्षमता के बाइफेशियल सोलर पैनल की कीमत लगभग 2 लाख रुपये तक होती है।
सोलर सिस्टम में कुल कितना खर्चा होगा?
एक पूर्ण सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर एवं सोलर बैटरी मुख्य उपकरण के रूप में प्रयोग किए जाते हैं, इनके अतिरिक्त सोलर सिस्टम को सुरक्षा प्रदान करने वाले उपकरणों का प्रयोग भी सिस्टम में होता है। जिनमें सोलर पैनल स्टैन्ड, लाइटनिंग अरेस्टर एवं सोलर सिस्टम के उपकरणों में कनेक्शन स्थापित करने के लिए वायर का प्रयोग होता है। सोलर सिस्टम को लगाने में विश्वसनीय उपकरणों का ही प्रयोग करना चाहिए।
6 किलोवाट के सोलर सिस्टम में माध्यम से प्रतिदिन लगभग 30 यूनिट तक बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, जिस से आप महीने में 900 यूनिट बिजली का उत्पादन कर सकते हैं। इस प्रकार आप अपने बिजली के मासिक बिल पर लगभग 8 हजार रुपये से 10 हजार रुपये तक की बचत कर सकते हैं। सोलर सिस्टम में अपनी पावर बैकअप आवश्यकता के अनुसार सोलर बैटरियों को स्थापित किया जा सकता है। 6 किलोवाट के सोलर सिस्टम को स्थापित करने में लगभग 3 लाख से 4 लाख रुपये तक का खर्चा हो सकता है।
7.5 KVA क्षमता का सोलर इंवर्टर
यदि आप 6 किलोवाट के सोलर सिस्टम में 7.5 KVA क्षमता का सोलर इंवर्टर का प्रयोग करते हैं तो ऐसे इंवेतरेर के द्वारा आसानी से 6 किलोवाट के लोड को नियंत्रित किया जा सकता है। इस सोलर इंवर्टर में 8 सोलर बैटरियों को भी जोड़ा जा सकता है। बाजार में PWM (Pulse Width Modulation) एवं MPPT (Maximum Power Point Tracking) तकनीक के सोलर इंवर्टर उपलब्ध रहते हैं, PWM एक पारंपरिक तकनीक है, इसलिए इस तकनीक के सोलर इंवर्टर की कीमत कम होती है, MPPT एक एडवांस तकनीक है जिनकी दक्षता अधिक होती है, इसलिए इनकी कीमत भी आधी रहती है।
MPPT तकनीक के एडवांस सोलर इंवर्टर की कीमत लगभग 70,000 रुपये से 80,000 रुपये तक होती है। इस तकनीक के सोलर इंवर्टर द्वारा सोलर पैनल से बनने वाली बिजली की वोल्टेज एवं धारा दोनों को ही नियंत्रित किया जा सकता है। इस प्रकार के सोलर इंवर्टर की कीमत भले ही अधिक है, लेकिन इनका प्रयोग कर के बेहतर आउट्पुट प्राप्त किया जा सकता है, इन सोलर इंवर्टर को लंबे समय तक प्रयोग किया जा सकता है।
सेलक्रोनिक 5 kW Ultra सोलर इन्वर्टर की कीमत
सेलक्रोनिक 5 kW Ultra सोलर इन्वर्टर का प्रयोग आवासीय एवं व्यावसायिक दोनों ही प्रकार के क्षेत्रों में किया जा सकता है, ऐसे सोलर इंवर्टर द्वारा 5 किलोवाट तक लोड को चलाया जा सकता है, इस सोलर इंवर्टर पर 6.4 किलोवाट तक की कुल क्षमता के सोलर पैनल को कनेक्ट किया जा सकता है। इस सोलर इंवर्टर पर 4 सोलर बैटरियों को जोड़ा जाता है। अधिक बैकअप आवश्यकता के लिए 8 बैटरियों को भी जोड़ा जा सकता है। इस सोलर इंवर्टर की कीमत लगभग 80,000 रुपये से 85,000 रुपये तक है। यह सोलर इंवर्टर अपनी उच्च दक्षता के लिए प्रसिद्ध है।
सोलर बैटरी की कीमत जानें
आज के समय में बाजार में अनेक बैटरियाँ उपलब्ध रहती हैं जिनमें से लेड एसिड बैटरी का प्रयोग सबसे अधिक होता है, इन बैटरियों की कीमत इस प्रकार रहती है:-
- 100 Ah की सोलर बैटरी की कीमत लगभग 10 हजार रुपये है।
- 150 Ah की सोलर बैटरी की कीमत लगभग 15 हजार रुपये है।
- 200 Ah की सोलर बैटरी की कीमत लगभग 20 हजार रुपये है। इन बैटरियों का प्रयोग अधिक बैकअप के लिए किया जा सकता है।
आधुनिक लिथियम आयन बैटरियों का प्रयोग भी सोलर सिस्टम में किया जा सकता है, ऐसी बैटरियों की कीमत अधिक होती है। लेकिन इन बैटरियों का प्रयोग लंबे समय तक किया जा सकता है, और ये बैटरियाँ अधिक दक्षता एवं क्षमता की होती है।
निष्कर्ष
सोलर सिस्टम पर किए जाने वाले निवेश को बुद्धिमानी का निवेश कहा जाता है, क्योंकि एक बार सोलर सिस्टम को सही से स्थापित करने के बाद आने वाले 25 सालों से अधिक समय तक सोलर पैनल द्वारा बनने वाली बिजली का लाभ प्राप्त किया जा सकता है, सोलर सिस्टम के प्रयोग से पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखा जा सकता है, एवं हरित भविष्य की ओर अग्रसर हुआ जा सकता है। सोलर सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी निरंतर प्रयास कर रही है। यहाँ आप भारत में बिकने वाले सबसे सस्ते 6 kW सोलर पैनल की जानकारी देख सकते हैं।