एक सोलर सिस्टम में कितने उपकरण होते हैं? जानें
इस आधुनिक समय में जहाँ तकनीक हर दिन काफी तेज़ी से आगे बढ़ रही है, लोग इसके इस्तेमाल से कई लाभ प्राप्त कर रहे हैं। सोलर पैनल ऐसी ही तकनीकों में से एक सबसे बढ़िया उदाहरण है जो सूरज से निकलने वाली एनर्जी का इस्तेमाल करके उससे बिजली पैदा करते हैं। उचित स्थापना के लिए सोलर पैनल अपनी क्षमता के अनुसार कुशलता से बिजली पैदा कर सकता है।
अगर सही तरीके से स्थापित नहीं किया गया तो सोलर पैनल कुछ सालों में अपनी दक्षता खो देते हैं। इस लेख में हम बात करेंगे कैसे आप अपने घर पर सोलर सिस्टम लगाने से पहले सबसे बढ़िया सोलर पैनलों का चुनाव कर सकते हैं और जान सकते हैं सबसे उन्नत सोलर पैनल उनकी कीमत के साथ। आइए जानते हैं पूरी जानकारी सोलर पैनलों के बारे में।
सोलर सिस्टम के घटक की जानकारी लें
सोलर पैनल
यह सोलर सिस्टम का प्राथमिक घटक है। सोलर पैनल फोटोवोल्टिक (PV) सेल का उपयोग करके सूर्य के प्रकाश को बिजली में परिवर्तित करते हैं। भारत में तीन मुख्य प्रकार के सोलर पैनल का उपयोग किया जाता है। पहले आते हैं पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल जो नीले रंग के पैनल सब्सिडी के लिए पात्र हैं और सीधे सूर्य के प्रकाश में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इन पैनलों की कीमत अक्सर ₹30 से ₹36/ वाट के बीच होती है।
फिर आते हैं मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल जो आमतौर पर गहरे नीले या काले रंग के होते हैं और ज्यादा कुशल होते हैं लेकिन ज्यादा महंगे भी होते हैं। इन पैनलों की कीमत लगभग ₹45 से ₹65/ वाट तक होती है। इसके बाद आते हैं बाइफेसियल सोलर पैनल। यह सबसे उन्नत पैनल होते हैं जो दोनों तरफ से बिजली पैदा करने में सक्षम होते हैं और सीधे और परावर्तित दोनों तरह के सूर्य के प्रकाश का उपयोग कर सकते हैं। इनकी पैनलों की कीमत ₹45 से ₹65/ वाट के बीच होती है।
सोलर सिस्टम के बारे में जानें
सोलर पैनल
एक सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर, सोलर चार्ज कंट्रोलर और सोलर बैटरी जैसे प्रमुख घटक शामिल होते हैं। इनके अलावा सिस्टम की मज़बूती और सुरक्षा के लिए कई छोटे सहायक उपकरण का उपयोग किया जाता है जो सिस्टम की स्थापना के समय काम में आते हैं। सोलर पैनल और सोलर इनवर्टर का इस्तेमाल सभी तरह के सिस्टम में किया जाता है। सोलर सिस्टम दो अलग-अलग कॉन्फ़िगरेशन में लगाए जाते हैं। सोलर सिस्टम दो प्रकार में उपलब्ध हैं – एक ऑन-ग्रिड और एक ऑफ-ग्रिड।
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी का इस्तेमाल नहीं होता है। इसमें सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न बिजली को इलेक्ट्रिक ग्रिड के साथ साझा किया जाता है और साझा बिजली की गणना करने के लिए नेट मीटर का उपयोग किया जाता है। ऑन-ग्रिड सिस्टम बिजली के बिल को कम करने में मदद करते हैं और सरकारी सब्सिडी के लिए भी पात्र होते हैं। वहीँ ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम बिजली कटौती वाले क्षेत्रों के लिए सबसे बढ़िया विकल्प पेश करते है। इनमे सोलर पैनलों द्वारा पैदा की गई बिजली को बैटरियों में संग्रहित किया जाता है और आवश्यकतानुसार इसका उपयोग किया जा सकता है।
सोलर इन्वर्टर
सोलर इन्वर्टर सोलर पैनल या बैटरी से डीसी बिजली को एसी बिजली में परिवर्तित करते हैं जिसका उपयोग घरेलू उपकरणों द्वारा किया जाता है। इनवर्टर का चयन सिस्टम की क्षमता के आधार पर किया जाता है और आधुनिक इनवर्टर PWM और MPPT जैसी उन्नत तकनीक के साथ आते हैं।
सोलर बैटरी
इनका उपयोग ऑफ-ग्रिड या हाइब्रिड सिस्टम में सोलर पैनल द्वारा पैदा की गई डीसी बिजली को स्टोर करने के लिए किया जाता है। ट्यूबलर और लिथियम-आयन बैटरी का आमतौर पर उपयोग किया जाता है।
अतिरिक्त सहायक उपकरण
इसमें पैनल स्टैंड, सुरक्षा के लिए ACDB और DCDB बॉक्स, मौसम से सुरक्षा के लिए लाइटनिंग अरेस्टर और इंस्टॉलेशन के लिए आवश्यक कई उपकरण शामिल हैं।
सोलर पैनल की लागत
रूफटॉप सोलर पैनल घरों या व्यावसायिक क्षेत्रों की छतों पर स्थापित किए जाते हैं। स्थापना से पहले एनर्जी की आवश्यकता की गणना करने के लिए लोड का आकलन किया जाता है और छत के क्षेत्र का निरीक्षण किया जाता है। एक बार लोड की आवश्यकता ज्ञात हो जाने पर सोलर पैनल की उपयुक्त क्षमता (kW में मापी जाती है) का चयन किया जा सकता है।
नागरिक रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाने के लिए सरकारी सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। केंद्र और राज्य दोनों सरकारें 10 किलोवाट तक की क्षमता वाले ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी प्रदान करती हैं लेकिन ये सब्सिडी केवल घरेलू इंस्टॉलेशन के लिए है। उदाहरण के लिए, अगर आपके घर का महीने का बिजली का बिल ₹2,000 से ₹5,000 के बीच है तो 3 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगाया जा सकता है।
वारंटी और रखरखाव
सोलर सिस्टम के घटक अलग-अलग वारंटी के साथ आते हैं। सोलर पैनल 10 साल की उत्पाद वारंटी और 25 साल की प्रदर्शन वारंटी के साथ आते हैं। जबकि सोलर इनवर्टर की वारंटी आमतौर पर 5 से 10 साल के बीच होती है। और वहीँ सोलर बैटरी 2 साल की वारंटी के साथ आती है।