Install Smart Meter: मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। अब तक 11 लाख उपभोक्ताओं ने अपने घरों में स्मार्ट मीटर लगवा लिए हैं। सरकार उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के जरिए बिजली खपत को बेहतर ढंग से कंट्रोल करने और लाभ देने के लिए नई योजनाएं लागू कर रही है।
आठ घंटे बिजली खपत पर 20 प्रतिशत छूट
मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने एक प्रस्ताव दिया है जिसके तहत सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक यानी आठ घंटे की बिजली खपत पर उपभोक्ताओं को 20 प्रतिशत छूट दी जाएगी। यह छूट उन उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद होगी जो दिन के समय बिजली का उपयोग ज्यादा करते हैं और ऊर्जा बचाने में भी सहायक होगी।
बड़े घरेलू उपभोक्ताओं के लिए अलग रूल
जो उपभोक्ता 10 किलोवाट से अधिक बिजली खपत करते हैं, उन्हें भी कुछ शर्तों के साथ छूट दी जाएगी। हालांकि, उन्हें सुबह 6 बजे से 9 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक पीक आवर में 20 प्रतिशत महंगी बिजली मिलेगी। इस बदलाव का उद्देश्य बिजली की मांग को संतुलित करना और वितरण प्रणाली को सुचारू रूप से चलाना है।
टैरिफ में 7.52 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग
मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विद्युत नियामक आयोग को टैरिफ पिटीशन सौंपा है। इस प्रस्ताव के तहत कंपनी ने 4,107 करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई करने के लिए औसत टैरिफ में 7.52 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग की है। यदि यह प्रस्ताव अप्रूव कर लिया जाता है, तो उपभोक्ताओं के बिजली बिल में बढ़ोतरी हो सकती है।
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को कैसे होगा फायदा?
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को उनकी बिजली खपत को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करेंगे। उदाहरण के लिए, यदि कोई उपभोक्ता महीने में 300 यूनिट बिजली खर्च करता है और यदि वह 9 बजे से 5 बजे तक हर दिन चार यूनिट बिजली उपयोग करता है, तो उसकी कुल खपत 120 यूनिट होगी। मौजूदा टैरिफ के अनुसार, इस खपत के लिए उसे 720 रुपये का भुगतान करना पड़ता है। लेकिन नई योजना के तहत उसे 20 प्रतिशत की छूट मिलेगी, जिससे उसे 144 रुपये की बचत होगी और उसे केवल 576 रुपये ही चुकाने होंगे।
उद्योगों के लिए नई पॉलिसी
मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने उद्योगों के लिए रात में दी जाने वाली 10 प्रतिशत छूट को समाप्त करने का प्रस्ताव भी रखा है। यदि यह प्रस्ताव लागू होता है, तो फैक्ट्रियों में रात के समय उत्पादन करने वाले उद्योगों को अधिक भुगतान करना पड़ेगा। इसके अलावा, बिलिंग प्रणाली में बदलाव किया जाएगा और अब बिलिंग किलोवाट घंटे की बजाय किलोवोल्ट एम्पियर के आधार पर होगी। इससे छोटे उद्योगों के लिए बिजली महंगी हो सकती है।
प्रदेश में स्मार्ट मीटर योजना का विस्तार
मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना को तीन चरणों में पूरा किया जा रहा है।
- कुल घरेलू उपभोक्ता: 1.26 करोड़
- अब तक लगे स्मार्ट मीटर: 11 लाख
- पहले चरण में मीटर लगाने का लक्ष्य: 35 लाख
स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर लगेगी रोक
स्मार्ट मीटर का एक और बड़ा फायदा यह है कि इससे बिजली चोरी को रोकने में मदद मिलेगी। यह मीटर रीयल-टाइम डेटा भेजता है, जिससे बिजली कंपनियों को खपत का सही अनुमान लगता है और गड़बड़ियों को तुरंत पकड़ने में मदद मिलती है। इसके अलावा, उपभोक्ता भी अपनी बिजली खपत पर नजर रख सकते हैं और जरूरत के अनुसार अपने उपयोग को कंट्रोल कर सकते हैं।
उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा
बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर अपनाने के लिए मोटीवैट कर रही हैं। प्रचार अभियानों के जरिए लोगों को इसके लाभ बताए जा रहे हैं। सरकार भी इस दिशा में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई पहल कर रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता स्मार्ट मीटर को अपनाएं और डिजिटल भारत मिशन को आगे बढ़ाया जा सके।