Haryana News:हरियाणा के किसानों को इन दिनों एक और बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम और महंगाई जैसी चुनौतियों के बीच अब खाद की कीमतों में भारी बढ़ोतरी ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। हिमफेड द्वारा NPK (12-32-16) खाद के दामों में 250 रुपये प्रति बोरी की बढ़ोतरी कर दी गई है। पहले जहां 50 किलोग्राम की खाद की बोरी 1470 रुपये में मिलती थी, अब वही 1720 रुपये में मिलेगी। इस अप्रत्याशित वृद्धि से किसान चिंतित हैं क्योंकि यह खाद उनकी फसलों की पैदावार और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए बेहद आवश्यक है।
कृषि उत्पादन पर असर
विशेषज्ञों के अनुसार, NPK (12-32-16) खाद तीन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो सेब के पेड़ों, फलों और अन्य फसलों के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है। खासकर हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के बागवानी किसान इस खाद का बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं। कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी से बागवानी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। पहले ही बढ़ती लागत से जूझ रहे किसान अब इस अतिरिक्त बोझ को लेकर परेशान हैं।
किसानों में बढ़ी मायूसी
किसानों का कहना है कि कृषि क्षेत्र पहले से ही महंगाई की मार झेल रहा है। खाद, बीज, कीटनाशक और डीजल की बढ़ती कीमतों ने खेती को महंगा बना दिया है। ऐसे में खाद के दामों में हुई यह बढ़ोतरी किसानों की कमर तोड़ सकती है। इससे उत्पादन लागत बढ़ेगी और किसानों को अपनी उपज का उचित दाम नहीं मिल पाएगा।
सरकार से राहत की उम्मीद
किसान संगठनों ने सरकार से अपील की है कि खाद की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला, तो किसानों के लिए खेती करना और मुश्किल हो सकता है। सरकार को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए राहत देने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।