Haryana News:हरियाणा सरकार ने राज्य के बेरोजगार युवाओं को राहत देने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत, कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) पास करने वाले ऐसे युवा, जिन्हें एक साल तक नौकरी नहीं मिली है, उन्हें अगले दो वर्षों तक 9000 रुपये मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस योजना की घोषणा की, जिससे रोजगार की तलाश में जुटे युवाओं को आर्थिक सहारा मिलेगा। हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी अपने अभिभाषण में इस योजना की जानकारी दी और इसे सरकार की एक बड़ी पहल बताया।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में बेरोजगारी की समस्या को कम करना और युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने करियर को बेहतर दिशा में आगे बढ़ा सकें। यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी और सरकारी नौकरियों की तैयारी के दौरान एक स्थिर आय का जरिया भी देगी।
योजना के प्रमुख लाभ
1. आर्थिक सहयोग: बेरोजगार युवाओं को हर महीने 9000 रुपये मिलेंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे बिना वित्तीय दबाव के नौकरी की तलाश कर सकेंगे।
2. रोजगार के अवसर बढ़ाने में मदद: इस योजना से युवा आत्मनिर्भर बन सकेंगे और नई नौकरियों की तलाश के दौरान खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे।
3. युवाओं को प्रोत्साहन: यह योजना युवाओं को सरकारी परीक्षाओं और नौकरियों के लिए अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी।
पात्रता मापदंड और आवेदन प्रक्रिया
अगर आप हरियाणा के निवासी हैं और आपने सीईटी परीक्षा पास की है, तो आप इस योजना के लिए पात्र हो सकते हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित प्रक्रियाओं का पालन करना होगा:
1. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: हरियाणा सरकार इस योजना के लिए एक आधिकारिक पोर्टल शुरू करेगी, जहां पात्र उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।
2. जरूरी दस्तावेज: उम्मीदवारों को सीईटी पासिंग सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल्स और निवास प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
3. सहायता राशि का ट्रांसफर: रजिस्ट्रेशन और वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उम्मीदवारों के बैंक खाते में हर महीने 9000 रुपये की सहायता राशि सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
इस योजना से राज्य के हजारों बेरोजगार युवाओं को लाभ मिलेगा और उन्हें अपने भविष्य के लिए बेहतर अवसर खोजने में मदद मिलेगी।