Jet Fuel Types : हवाई जहाज उड़ान भरने के लिए विशेष प्रकार के ईंधन का उपयोग करते हैं जिसे आमतौर पर एविएशन फ्यूल कहा जाता है. यह ईंधन विमान के प्रकार और इंजन की विशेषताओं के अनुसार तय होता है जिससे विमान की क्षमता और कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होती है.
विमान ईंधन के प्रकार और विशेषताएं
विमानों में मुख्यतः दो प्रकार के ईंधन का उपयोग होता है: जेट फ्यूल (Jet Fuel Types) और एविगैस. जेट फ्यूल आमतौर पर केरोसिन आधारित होता है जो कि जेट ए और जेट ए1 के रूप में उपलब्ध होता है. इनमें मुख्य अंतर फ्रीजिंग पॉइंट और एडिटिव्स में होता है. दूसरी ओर, एविगैस मुख्य रूप से छोटे विमानों में इस्तेमाल होता है और यह पेट्रोल के समान होता है.
भारत में विमान ईंधन की आपूर्ति और प्रमुख सप्लायर
भारत में इंडियन ऑयल (Indian Oil Aviation Services) प्रमुख विमानन ईंधन आपूर्तिकर्ता है जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान कंपनियों को जेट फ्यूल की सप्लाई करती है. इस आपूर्ति से विमान सेवाओं में निर्बाधता और कार्यकुशलता सुनिश्चित होती है.
ईंधन की कीमत और इसका आर्थिक असर
जेट ईंधन की कीमतें (Jet Fuel Prices) विमान संचालन की लागत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं. दिल्ली में जेट फ्यूल की कीमत लगभग 90,000 रुपये प्रति किलोलीटर है, जो विमान संचालन के समग्र खर्च को प्रभावित करती है और इसका सीधा असर विमान यात्रा की टिकट दरों पर भी पड़ता है.