प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16 वी क़िस्त जारी हो चुकी है। अब तक किसानों के खाते में 2 हजार रूपये की क़िस्त पहुंच चुकी होगी। ऐसे में जहां एक तरफ देश के लाखों किसान क़िस्त का पैसा पाकर के खुश हो रहे है वही कुछ किसानों को सावधानी बरतने की जरूरत। ये वह किसान है जो योजना के लिए पात्र नहीं थे। लेकिन इन्होने कागजातों में गड़बड़झाला कर 2000 रुपये की किस्त हासिल की है। ऐसे में किसानों पर एक्शन लेने की तैयारी कर रही है ये चेतवानी उन किसानों के लिए है, जॉनहोने फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठाया है। ऐसे किसानों से अब सरकार हर बात का हिसाब ले रहे है इतना ही नहीं, उनसे पैसे भी रिकवर किए जा रहे है।
दरअसल, योजना में गड़बड़झाले को लेकर हरियाणा से एक रिपोर्ट सामने आई है। पब्लिक अकाउंट कमेटी यानी कि PAC द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, PM-Kisan योजना के तहत हरियाणा के 89,345 अपात्र किसानों ने 121.42 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त की है। यह रिपोर्ट हरियाणा विधानसभा के पुटल पर गुरुवार को जारी की गयी है।
रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
पीएसी ने अपात्र किसानों को दी गई PM-Kisan की राशि से जुड़ी कैग की रिपोर्ट का हवाला दिया है। इस मुद्दे पर कैग को हरियाणा के कृषि विभाग ने अपने जवाब में बताया है कि विभाग ने 26,667 अपात्र किसानों की पहचान की है, जिन्होंने 40.62 करोड़ रुपये की राशि पाई है। जिन्होंने 40.62 करोड़ रुपये की राशि पाई है। इसके साथ ही 62,678 किसान ऐसे हैं जो इनकम टैक्स देते है लेकिन उन्होंने भी 80.82 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त की है और एक आँकड़े साफ तौर पर गड़बड़ी की और इशारा कर रहे है इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद योजना का पर्दा पाश होना लाजमी है।
कृषि विभाग ने पहले कमेटी को बताया था कि 2,583 किसानों से केवल 2.50 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी, लेकिन बाद में यह बताया गया कि 6.50 करोड़ और भी वसूले गए थे। वही कृषि विभाग ने कमेटी को बताया था कि केंद्र सरकार ने हरियाणा कृषि विभाग को कहा था कि केंद्रीय स्तर पर आयकर वसूलने वाले किसानों की जांच की जाएगी। इस जांच के बाद आयकर देने वाले किसानों की संख्या में कमी हो सकती है। चूंकि जांच अभी की जा रही है, इसलिए PM-Kisan पोर्टल पर अभी रिकवरी मॉड्यूल बंद है।
जांच के दायरे में ये किसान जांच के दायरे में ये किसान
आपको बता दे, गड़बड़ियों को देखते हुए PAC ने उन किसानों और आयकर दाताओं से पीएम किसान योजना के पैसे वापस लेने की बात कही है। ऐसे में उन किसानों की चिंता बढ़ गई है, जिन्होंने गलत तरीके से पीएम किसान के पैसे प्राप्त किए हैं। जैसे ही सरकार की जांच पूरी होगी, ऐसे किसानों से PM-Kisan के पैसे वापस ले लिए जाएंगे। बता दें कि योजना के शुरू होने के बाद से हरियाणा कृषि और किसान कल्याण विभाग के पोर्टल पर अब तक 20.24 लाख किसानों को रजिस्टर किया है, जिनमें से 19.88 लाख का वेरिफिकेशन किया गया है. 12 अक्टूबर 2023 तक 18.87 लाख किसान इस योजना के लिए पात्र माने गए हैं। इस विभाग ने बताया कि दिसंबर 2018 से अब तक योजना की 14 किस्तों के माध्यम से 4,645.15 करोड़ रुपये किसानों को मिले हैं।