हरियाणा सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना शुरू करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये की वित्तीय मदद मिलेगी। यह योजना 25 सितंबर 2025 से, भाजपा विचारक दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर शुरू होगी। इसका लक्ष्य है करीब 20 लाख महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा और आत्मनिर्भरता देना। यह कदम न सिर्फ गाँव की महिलाओं, बल्कि शहर की बहनों के लिए भी जीवन बदलने वाला साबित होगा।
योजना का मकसद, आत्मनिर्भरता की राह
दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना हरियाणा की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना से गाँव की महिलाएं अपने छोटे-मोटे खर्चे पूरे कर सकेंगी, जैसे बच्चों की फीस, स्वास्थ्य जरूरतें, या घरेलू सामान। शहरी क्षेत्रों की महिलाएं इस राशि का उपयोग शिक्षा, छोटे व्यवसाय, या परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने में कर सकेंगी। हरियाणा सरकार ने इसके लिए 2025-26 के बजट में 5000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यह योजना न सिर्फ आर्थिक मदद देगी, बल्कि महिलाओं को समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने में भी मदद करेगी।
कौन उठा सकती हैं योजना का लाभ
इस योजना का लाभ 23 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिलाएं ले सकती हैं, चाहे वे विवाहित हों या अविवाहित। पहले चरण में उन परिवारों की महिलाएं पात्र होंगी, जिनकी सालाना आय 1 लाख रुपये से कम है। अनुमान है कि शुरुआत में 19-20 लाख महिलाएं इस योजना से जुड़ेंगी। खास बात यह है कि एक परिवार में जितनी भी पात्र महिलाएं होंगी, सभी को 2100 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। यानी अगर किसी परिवार में माँ, बहन, और बेटी पात्र हैं, तो तीनों को यह राशि मिलेगी। पात्रता के लिए महिला या उसके पति को कम से कम 15 साल से हरियाणा का निवासी होना चाहिए।
जीवन के हर मोड़ पर साथ देगी योजना
दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना सिर्फ आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है। यह योजना महिलाओं को उनके जीवन के हर चरण में सहारा देगी। अगर कोई अविवाहित महिला 45 साल की उम्र पार करती है, तो उसे स्वतः ही विधवा और निराश्रित महिला वित्तीय सहायता योजना का लाभ मिलेगा। वहीं, विवाहित महिलाएं 60 साल की उम्र के बाद वृद्धावस्था सम्मान भत्ता पेंशन योजना में शामिल हो जाएंगी। इस तरह, यह योजना हरियाणा की महिलाओं को उम्र के हर पड़ाव पर आर्थिक सुरक्षा देगी। यह तालमेल महिलाओं के लिए एक मजबूत सहारा बनेगा।
आसान आवेदन, पारदर्शी प्रक्रिया
हरियाणा सरकार ने इस योजना को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए खास कदम उठाए हैं। जल्द ही एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया जाएगा, जिसके जरिए महिलाएं घर बैठे आवेदन कर सकेंगी। इससे गाँव की बहनों को तहसील या कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। पात्र महिलाओं की सूची को गाँव की पंचायतों और शहर के वार्डों में सार्वजनिक किया जाएगा, ताकि कोई गड़बड़ी न हो। यह पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी कि सही महिलाओं तक योजना का लाभ पहुंचे। अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र या ग्राम पंचायत से आवेदन प्रक्रिया की जानकारी लें।
यह योजना खास तौर पर गाँव की महिलाओं के लिए वरदान है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार महिलाओं को छोटे-मोटे खर्चों के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। 2100 रुपये की मासिक मदद से वे अपने बच्चों की पढ़ाई, घर का सामान, या छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू करने जैसे काम कर सकेंगी। उदाहरण के लिए, कई महिलाएं इस राशि से सिलाई, बुनाई, या मसाला बनाने जैसे छोटे काम शुरू कर सकती हैं। यह योजना न सिर्फ उनकी आर्थिक स्थिति सुधारेगी, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और सम्मान भी देगी।
सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं
हरियाणा सरकार की यह योजना अन्य कल्याणकारी योजनाओं के साथ मिलकर महिलाओं को और सशक्त बनाएगी। इसके अलावा, केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाएं, जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिला स्वयं सहायता समूह, महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक मदद देती हैं। अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, पंचायत कार्यालय, या महिला विकास कार्यालय से संपर्क करें और इन योजनाओं की जानकारी लें। कई जगहों पर महिलाओं के लिए मुफ्त प्रशिक्षण और लोन की सुविधा भी उपलब्ध है। इनका लाभ उठाकर आप अपनी कमाई को और बढ़ा सकती हैं।