नए साल 2025 के पहले कारोबारी दिन (1 जनवरी) को सुजलॉन एनर्जी के शेयर ने 5% का ऊपरी सर्किट छू लिया था, लेकिन अगले ही कारोबारी सत्र (2 जनवरी) में मुनाफावसूली के चलते यह शेयर दबाव में आ गया। आज शुक्रवार (3 जनवरी) को शेयर में फिर गिरावट दर्ज की गई, और यह 1.50% की गिरावट के साथ 61.82 रुपये पर पहुंच गया।
हालांकि, शेयर की मौजूदा स्थिति के बावजूद ब्रोकरेज फर्म्स इसे खरीदने की सलाह दे रही हैं। हाल ही में, क्रिसिल रेटिंग्स ने सुजलॉन की क्रेडिट रेटिंग को ‘क्रिसिल ए’ में अपग्रेड करते हुए इसका आउटलुक पॉजिटिव बताया है। क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कंपनी की वित्तीय मजबूती और मुनाफा बढ़ाने की क्षमता पर जोर दिया है। गौरतलब है कि सुजलॉन एनर्जी रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में एक प्रमुख नाम है और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में अपने मजबूत नेटवर्क के लिए जानी जाती है।
क्या हाल हैं कंपनी के शेयर के जानिए
पिछले कुछ वर्षों में सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने जबरदस्त मुनाफा दिया है। अगर आप एक साल पहले इस कंपनी में निवेश करते, तो आपको 63% का शानदार रिटर्न मिलता। वहीं, पांच साल पहले जिसने इसमें पैसे लगाए, उसका निवेश लगभग 2400% तक बढ़ गया।
3 जनवरी 2020 को जहां इसका शेयर महज 2.48 रुपये का था, वहीं अब यह 61.82 रुपये पर पहुंच चुका है। कंपनी का 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 86.04 रुपये और न्यूनतम स्तर 35.49 रुपये रहा है। वर्तमान में, कंपनी का मार्केट कैप 84,558 करोड़ रुपये के आसपास है। दो और तीन सालों में भी इस स्टॉक ने क्रमशः 477% और 524% का जबरदस्त रिटर्न देकर निवेशकों का भरोसा मजबूत किया है।
जानिए टारगेट प्राइस के बारे में
सुजलॉन एनर्जी के शेयर वर्तमान में एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्टॉक को 68-70 रुपये के स्तर पर प्रतिरोध (रेजिस्टेंस) का सामना करना पड़ रहा है, जबकि 58-60 रुपये के स्तर पर इसे मजबूत समर्थन (सपोर्ट) मिल रहा है।
5paisa के विश्लेषक सचिन गुप्ता का कहना है कि निवेशकों को 57 रुपये का स्टॉप लॉस रखकर इसमें ट्रेड करना चाहिए। निकट भविष्य में शेयर का लक्ष्य 70-72 रुपये हो सकता है। यदि यह स्तर पार कर लिया गया, तो अगला टारगेट 78-80 रुपये तक जा सकता है।