500 Rupees Note: हाल ही में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा ₹500 के नोटों को बंद करने की केंद्र सरकार से अपील के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाज़ार गर्म हो गया. दावा किया गया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ₹500 के नोट को बंद करने को लेकर निर्देश जारी किए हैं. लेकिन अब RBI ने आधिकारिक तौर पर स्पष्ट कर दिया है कि ₹500 का नोट वैध मुद्रा बना हुआ है और उसे बंद करने की कोई योजना नहीं है.
₹500 के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर फैली थी अफवाह
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में यह दावा किया जा रहा था कि ₹500 के नोट बंद किए जा रहे हैं. कुछ पोस्ट में RBI के हालिया निर्देशों का हवाला देते हुए इसे सच बताया जा रहा था. इन अफवाहों से लोगों में भ्रम फैल गया और कई जगहों पर 500 के नोट को लेकर अनावश्यक चिंता देखी गई.
RBI का स्पष्टीकरण
भारतीय रिजर्व बैंक ने साफ कहा है कि ₹500 का नोट पूरी तरह वैध मुद्रा है और देश भर में इसका उपयोग सभी लेन-देन में जारी रहेगा. RBI ने यह भी स्पष्ट किया कि ₹500 के नोट को वापस लेने या बंद करने के लिए कोई आधिकारिक योजना या निर्देश नहीं है.
छोटे नोटों की उपलब्धता बढ़ाना है उद्देश्य
RBI ने बताया कि हाल ही में जो ATM और बैंक शाखाओं को निर्देश दिए गए थे. उनका मकसद ₹100 और ₹200 के नोटों की उपलब्धता में सुधार करना था. यह कदम लोगों को छोटे मूल्यवर्ग के नोटों की समस्या से राहत दिलाने के लिए उठाया गया, न कि ₹500 के नोट को धीरे-धीरे बंद करने के लिए.
अभी भी छापे और जारी किए जा रहे हैं ₹500 के नए नोट
RBI ने यह भी जानकारी दी कि महात्मा गांधी (नई) सीरीज के ₹500 के नोट अभी भी छापे जा रहे हैं और प्रचलन में हैं. यह इस बात का संकेत है कि RBI इस मूल्यवर्ग को बंद करने की योजना में नहीं है. बल्कि उसका उपयोग नियमित रूप से हो रहा है.
डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ा
RBI ने यह स्वीकार किया कि देश में डिजिटल भुगतान का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है. दिसंबर 2024 में UPI के ज़रिए ₹23.25 लाख करोड़ के 16.73 बिलियन लेनदेन किए गए, जो नवंबर की तुलना में कहीं अधिक हैं. इसके बावजूद ₹500 जैसे बड़े मूल्यवर्ग के नोटों की आवश्यकता बनी हुई है. खासकर उन क्षेत्रों में जहां डिजिटल पेमेंट का उपयोग सीमित है.