सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक बड़ी योजना शुरू की है, जिसमें 56 लाख महिलाओं को हर महीने ₹2500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए महिलाओं को निर्धारित फॉर्म भरकर आवेदन करना होगा। आवेदन प्रक्रिया बेहद आसान है, और योग्य महिलाओं के बैंक खातों में सीधे यह राशि ट्रांसफर की जाएगी। जल्दी आवेदन करें और इस योजना का लाभ उठाएं
झारखंड की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिलाओं के लिए मईया सम्मान योजना को फिर से लॉन्च किया है। इस योजना के तहत राज्य की 18 से 50 वर्ष की 56 लाख महिलाओं को हर महीने ₹2500 की सम्मान राशि दी जाएगी। यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे झारखंड की राजनीति और समाज में एक नया बदलाव आने की उम्मीद जताई जा रही है।
महिला सशक्तिकरण के लिए योजना का महत्व
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के नामकुम स्थित मैदान में एक भव्य कार्यक्रम में इस योजना की शुरुआत की। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और समाज में उनका सम्मान बढ़ाने के उद्देश्य से लागू की गई है। राज्य सरकार ने योजना के तहत महिलाओं को समय पर ₹5225 करोड़ की राशि जिलों में भेजी है, ताकि धन का वितरण सटीक तरीके से किया जा सके।
पहले भी मिल चुका है योजना का लाभ
मईया सम्मान योजना का लाभ पहले भी दिया जा चुका है। झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले महिलाओं को ₹1000 की तीन किस्तें दी गई थीं। इस योजना को चुनाव प्रचार में एक प्रमुख मुद्दा बनाया गया था। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में महिलाओं को ₹2100 की सम्मान राशि देने का वादा किया था, जबकि हेमंत सोरेन ने सत्ता में आने पर इसे ₹2500 करने की घोषणा की थी।
योजना की शुरुआत में देरी
इस योजना की शुरुआत 28 दिसंबर 2024 को होनी थी, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के कारण राष्ट्रीय शोक के चलते इसे टाल दिया गया। अब दो महीने की राशि एक साथ ₹5000 के रूप में महिलाओं को दी जाएगी।
चुनावों में योजना का असर
झारखंड विधानसभा चुनावों में मईया सम्मान योजना को एक गेम चेंजर के रूप में देखा गया। इसके चलते महिलाओं की वोटिंग प्रतिशत में भी इज़ाफा हुआ। 2019 के चुनावों में जेएमएम को 28 लाख वोट मिले थे, जबकि इस बार महिलाओं की भागीदारी बढ़कर 70-80% हो गई, जिससे जेएमएम को 34 सीटें मिलीं।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम
इस योजना से महिलाओं को घर खर्च जैसे छोटे खर्चों के लिए आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने बताया कि महिलाएं अब बिंदी, टिकली और घरेलू खर्च के लिए किसी और पर निर्भर नहीं रहेंगी, जिससे कर्ज लेने की प्रवृत्ति कम होगी और महिलाओं के आत्मसम्मान में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे समाज में बदलाव लाने वाला कदम बताया।
जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन का सपना
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता शिबू सोरेन ने हमेशा महिलाओं और आदिवासियों को कर्ज के मकड़जाल से बचाने का सपना देखा था। इस योजना को शोषण और महाजनी प्रथा के खिलाफ एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह योजना आर्थिक और सामाजिक बदलाव लाएगी।
कार्यक्रम की सुरक्षा तैयारियां
कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के तहत 4000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात होंगे। लाखों महिलाओं के एकत्र होने की उम्मीद है, जिससे सुरक्षा के लिहाज से पूरी तैयारी की गई है।
मईया सम्मान योजना झारखंड सरकार का महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, उनके आत्मसम्मान को बढ़ाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगी।