EPFO new rules : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफ सदस्यों के लिए समय-समय पर नए नियम व निर्देश जारी करता रहता है। अब संगठन ने कई नियम बदले हैं, जिनका फायदा ईपीएफ सदस्य उठा सकेंगे। ये नियम EPFO (Employees Provident Fund Organization) की एक खास स्कीम को लेकर तय किए गए हैं, ताकि सही समय पर पात्र कर्मचारियों के परिवारों को योजना का लाभ मिल सके। इन नए नियमों से देशभर के करीब 7 करोड़ पीएफ खाताधारकों को फायदा होगा।
अगर आप नौकरीपेशा हैं तो यह खबर आपके बेहद काम की है। अब ईपीएफओ की एक खास स्कीम का लाभ ईपीएफ सदस्यों व उसके परिजनों को मिल सकेगा। पिछले दिनों हुई एक अहम बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया है। इससे पहले इस योजना (EPFO new scheme) के लाभ काफी सिमित थे, जिस कारण इसके नियमों में बदलाव का फैसला ईपीएफओ की ओर से लिया गया है। देशभर में ईपीएफओ (EPFO) के करोड़ों सदस्य हैं, जो अलग-अलग संगठित क्षेत्रों में काम करते हैं। अब उनको प्रत्यक्ष रूप से इसका बेनेफिट मिल सकेगा।
इस योजना के नियमों में किया बदलाव –
EPFO ने बैठक कर डिपॉजिट लिंक इश्योरेंस स्कीम (EDLI) के कई नियमों को पहले से कहीं अधिक बदल दिया है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने EDLI (Deposit Linked Insurance Scheme) का लाभ अधिक से अधिक पात्रों के परिजनों तक पहुंचाने के लिए किया है। ये नियम सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (Central Board of Trustees) की बैठक के बाद किए गए हैं।
CBT की बैठक में लिया यह निर्णय –
हाल ही में CBT (Central Board of Trustees) ने डिपॉजिट लिंक इश्योरेंस स्कीम (EDLI) के पुराने नियमों को बदलते हुए नए नियम तय किए हैं। पहले इस स्कीम का लाभ सिमित था जो अब और अधिक विस्तृत कर दिया गया है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने EDLI के नियमों (EDLI new rules) को बदलते हुए इसमें संशोधन कर दिया है। कुछ दिन पहले इस मुद्दे को लेकर सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की बैठक हुई थी, जिसमें यह अहम फैसला लिया गया। इस दौरान सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने वित्त वर्ष 2025 के लिए ईपीएफ ब्याज दरों (PF interest rates) को पहले की तरह स्थिर रखने का निर्णय भी किया था।
कम सेवाकाल के लिए यह है नियम –
ईपीएफओ न्यूनतम इश्योरेंस के नियमों (PF insurance rules) को भी तय किया है। अगर शॉर्ट सर्विस है तो न्यूनतम इश्योरेंस के नियम अनुसार EDLI का लाभ (EDLI ke fayde) दिया जाएगा। अगर किसी सदस्य की मौत सर्विस पूरी करने से पहले ही हो जाती है तो उसके परिजनों को 50,000 रुपये का लाइफ इश्योरेंस का फायदा दिया जाएगा। देशभर में इपीएफ के करीब 7 करोड़ खाताधारक हैं। इस नियम को तय करने से हर साल 5,000 लोगों को फायदा होने की संभावना है।
इस स्थिति में मिलेगा फायदा –
EDLI स्कीम का लाभ विशेष परिस्थिति अनुसार ही मिल सकता है। पहले के प्रावधान के अनुसार डिपॉजिट लिंक इश्योरेंस स्कीम (EDLI new rules) का लाभ कर्मचारी को ईपीएफ में लंबे योगदान के बावजूद उसकी मौत होने पर नहीं मिलता था। अब इस नियम में बदलाव के कारण इसका लाभ नियमानुसार मिल सकेगा।
नियम में है कि ईपीएफ (EPF) में अंतिम योगदान से 6 महीने के पहले अगर कर्मचारी का निधन होता है तो उसे यह लाभ दिया जाएगा। इसके लिए शर्त है कि उक्त कर्मचारी का नाम एंप्लायर की लिस्ट में होना चाहिए। ईपीएफओ की ओर से बनाए गए इस नियम से हर साल करीब 15,000 मामलों में फायदा पहुंच सकता है।
नौकरी बदलने पर क्या है नियम-
किसी कर्मचारी की ओर से एक नौकरी से दूसरी नौकरी बदली जाती है तो इसके बीच के अंतर को गैप नहीं माना जाएगा। इस तरह से पेंशन बॉडी का तीसरा सबसे बड़ा बदलाव सेवा की निरन्तरता से जुड़ा है। अब एक नौकरी से दूसरी नौकरी के बीच दो महीने तक का गैप आता है तो सर्विस रेगुलर मानी जाएगी। ईपीएफओ के इस नियम (EPFO pension rules) से कर्मचारी को 2.5 लाख रुपये से लेकर 7 लाख रुपये तक का फायदा मिलेगा। हर साल अनेक मामलों में सहायता मिलने की अपेक्षा है। पहले नौकरी के दौरान एक-दो दिन का अंतर भी आ जाता था तो EDLI के लाभ से कर्मचारी वंचित हो जाता था।
EDLI योजना के लिए यह है पात्रता –
जब ईपीएफ सदस्यता वाले कर्मचारी का मूल वेतन 15,000 रुपये हो जाता है तो कर्मचारी का कुल वेतन 15,000 रुपये से पार हो जाता है। ऐसे में EDLI के तहत अधिकतम लाभ 7 लाख रुपये (EDLI benefits) होता है। एंपलॉयर को ईडीएलआई योजना का विकल्प चुनने के लिए तभी पात्र माना जाता है जब उसके संगठन में 20 से अधिक कर्मचारी हों। इसके बाद नियमानुसार इस योजना (EDLI scheme) का लाभ कर्मचारियों को प्रदान किया जाता है।