8th Pay Commission : केंद्र सरकार की ओर से आठवें वेतन आयोग को मंजूरी दे दी गई है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब जल्द ही इसका गठन हो जाएगा। टर्म आफ रेफरेंस को मंजूरी मिल चुकी है। कर्मचारियों को अब नए वेतन आयोग के गठन के साथ-साथ यह जानने की इच्छा भी है कि उनकी सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी। इसको लेकर कुछ अपडेट सामने आए हैं। चलिए जानते हैं इस खबर में-
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए मोदी सरकार की ओर से बड़ा तोहफा दिया गया है। आठवें केंद्रीय वेतन आयोग की औपचारिक मंजूरी मिल चुकी है। देश के एक करोड़ 20 लाख के करीब कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को अब इसके गठन का इंतजार है। इसी बीच खबर आ रही है कि कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी का फार्मूला भी मिल गया है।
फिटमेंट फैक्टर रहेगा मुख्य आधार
केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी (Center Govt Employees Salary) में बढ़ोतरी के लिए फिटमेंट फैक्टर आधार रहने वाला है। देश के करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि फिटमेंट फैक्टर अच्छा होगा और उनकी सैलरी में भी अच्छा इजाफा होगा। 7वें वेतन आयोग में केंद्रीय वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर को 2.57 रखा गया था, जबकि इसको आठवें वेतन आयोग में 3.0 तक ले जाने की मांग की जा रही है।
किसको बनाया गया है आयोग का अध्यक्ष
एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों के लिए केंद्र की सरकार (center Govt) की ओर से 8वें वेतन आयोग के लिए प्रमुख पार्ट टर्म ऑफ रिफरेंस को मंजूरी दी जा चुकी है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई को आयोग अध्यक्ष बनाया है। अब आयोग 18 महीने में अपनी रिपोर्ट को सरकार को सौंप देगा। इसके बाद केंद्रीय सरकार की कैबिनेट के पास इसकी समीक्षा होगी। इसके बाद इसको आगे के लिए इंप्लीमेंट की मंजूरी की जाएगी।
क्या फिटमेंट फैक्टर को मिलेगी मंजूरी
अब सवाल उठ रहा है कि कर्मचारियों की मांग 3.0 के फिटमेंट फैक्टर की है, क्या सरकार की ओर से 3.0 का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor New Update) दिया जाएगा? दरअसल कैबिनेट वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी देने के साथ फिटमेंट फैक्टर को भी देखती है। तब ही फिटमेंट फैक्टर को आखिरी मंजूरी दी जाती है जोकि काफी कॉन्फिडेंशियल काम है।
फिटमेंट फैक्टर से क्या होगा लाभ
फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) एक प्रकार का मल्टीप्लाई है। यह कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए जरूरी है। उनकी बेसिक सैलरी और पेंशन में बढ़ोतरी के लिए फिटमेंट फैक्टर ही सबसे बड़ा टूल है। इससे एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों को फायदा होगा। साथ में राज्य के कर्मचारियों को भी देर सवेर इसका फायदा मिलेगा।
कैसे तय होगा कर्मचारियों का वेतन
केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन (Employees Salary) को तय करने के लिए फिटमेंट फैक्टर के अलावा भी कई फैक्टर प्रभावित करते हैं। इसमें महंगाई भत्ता भी एक बड़ा रोल निभाता है। साथ में बेसिक सैलरी भी बहुत बड़ा रोल निभाती है। हर कर्मचारी की सैलरी उसकी बेसिक सैलरी के आधार पर ही बढ़ती है।
वेतन और अलाउंस पर कितना पड़ेगा असर
वेतन और अलाउंस (Salary and Allowance) पर भी नए वेतन आयोग का काफी प्रभाव पड़ेगा। ऑल इंडिया एनपीएस एम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह पटेल के हवाले से मीडिया में रिपोर्ट है, जिनमें उनका कहना है कि पिछले वेतन आयोग के हिसाब से कर्मचारियों के मूल वेतन को तय किया जाएगा।
इसमें उदाहरण के तौर पर बताया गया है कि अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी (Basic Salary hike) ₹35000 प्रति महीना है तो 2.1 के फिटमेंट फैक्टर से यह है बेसिक सैलरी बढ़कर 73850 हो जाएगी। इसके अलावा हाउस रेंट अलाउंस, ट्रैवल अलाउंस मूल वेतन के प्रतिशत पर ही तय किए जाएंगे। ऐसे में नए मूल वेतन के बढ़ने पर हाउस रेंट अलाउंस ऑटोमेटिक बढ़ जाएगा। ट्रांसपोर्ट अलाउंस इससे अलग देखा जाता है। आठवें वेतन आयोग के लागू होने के कुछ महीने बाद इसमें बढ़ोतरी होने की संभावना है।
महंगाई भत्ते का क्या होता है नए वेतन आयोग में रोल
नए वेतन आयोग में महंगाई भत्ता (DA in 8th pay commission) भी काफी अहम हिस्सा रखता है। फिटमेंट फैक्टर को तय करने में भी महंगाई भत्ता अहम होता है। जब किसी वेतन आयोग की ओर से फिटमेंट फैक्टर तय किया जाता है तो मूल वेतन के आधार पर ही इसकी गणना की जाती है। महंगाई भत्ता एक महत्वपूर्ण कारक होता है। मौजूदा समय में महंगाई भत्ता 58 प्रतिशत है और आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission Salary Structure) की सिफारिशें लागू होने तक यह 12% तक बढ़ सकता है जोकि 70% तक पहुंच सकता है।
ऐसे में फिटमेंट फैक्टर उस के लिए उस दौर की महंगाई को डीए दर्शाने का काम करेगा, जो ग्रोस सैलरी की बढ़ोतरी में कारगर सिद्ध होगा। इसके अलावा फिटमेंट फैक्टर की गणना के समय परिवार की यूनिट्स का भी ध्यान में रखा जाएगा। पिछली बार तीन थी इस बार यह है चार हो सकती है। चार फैमिली यूनिट के हिसाब से 13% तक बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है।
सैलरी में होगा कितना इजाफा
कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा फिटमेंट फैक्टर (Salary in 8th pay commission) के आधार पर ही तय किया जाता है। नए वेतन आयोग में महंगाई भत्ते को जीरो कर दिया जाएगा, जोकि नई सीरीज से लागू होगा। ऐसे में 20.25% की बढ़ोतरी होने की संभावना है। 7वें वेतन आयोग में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लगाया गया था। वेतन बैंड को थोड़ा बहुत कम ज्यादा किया जा सकता है।
इस बार फिटमेंट फैक्टर अगर 3.0 का लगता है तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी डबल (8th pay commission me salary) से भी ट्रिपल हो जाएगी। ऐसे में अगर किसी कर्मचारी की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपए है तो वह 36000 हजार रुपये प्रति महीना हो जाएगी। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट अलाउंस, हाउस रेंट अलाउंस, कर्मचारियों को सैलरी में जुड़कर मिलेंगे। जबकि महंगाई भत्ता 0 हो जाएगा। वास्तविक बढ़ोतरी 30 से 40% तक होने की संभावना है।
