Basic Salary Hike Update : भारत देश के एक करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स लंबे समय से आठवें वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में नये वेतन आयोग पर बड़ा अपडेट सामने आया है। दरअसल, केंद्र सरकार ने TOR को हरी झंड़ी दे दी है। इसी के साथ एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) लागू होने पर 18 हजार रुपये महीना पाने वाले कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में कितना इजाफा होगा। चलिए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं मूल वेतन वृद्धि का पूरा कैलकुलेशन।
देश के 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के बीच लंबे समय से ही 8वां वेतन आयोग चर्चा का विषय बना हुआ है। केंद्र सरकार हर 10 साल में नया पे कमीशन लागू करती है। आखिरी बार साल 2016 में 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू की गई थी। अब साल 2025 के दिसंबर में 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। ऐसे में 8वां वेतन आयोग को लागू करने को लेकर चर्चा हो रही है।
केंद्र सरकार ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission Update) के गठन को मंजूरी दे दी थी। लेकिन अब तक इसे 10 महीने से ज्यादा का समय हो गया है परंतु अभी तक नया वेत आयोग लागू नहीं किया गया है। अब पिछले सप्ताह सरकार ने 8वें वेतन आयोग के Terms of Reference (ToR) को मंजूरी दे दी है, जिससे कर्मचारियों की उम्मीदें एक बार फिर बढ़ गई हैं। आयोग आने वाले महीनों में विभिन्न हितधारकों से बातचीत करेगा और फिर वेतन पुनरीक्षण की सिफारिशें पेश करेगा।
8वां वेतन आयोग में कर्मचारी संगठन कर रहे ये मांग –
केंद्रीय कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था नेशनल काउंसिल- संयुक्त परामर्शदात्री मशीनरी (NC-JCM) का कर्मचारी पक्ष इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाएगा। एनडीटीवी प्रॉफिट से बातचीत में एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि वे चाहते हैं कि 8वां वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 7वें वेतन आयोग के समान रखा जाए (2.57)। हालांकि, फिलहाल एनसी-जेसीएम की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। एक सदस्य ने बताया कि फिटमेंट फैक्टर (fitment factor update) तय करने से पहले महंगाई दर, जीवन यापन सूचकांक और Dr. Aykroyd के सूत्र जैसे कई कारकों पर विचार किया जाता है।
रिपोर्ट्स में क्या कहा गया है
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर 2.46 से कम ही रखेगी। रिपोर्ट में कहा गया कि गणनाओं के आधार पर इसका दायरा 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि भले ही अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं कि फिटमेंट फैक्टर 2.57 से 2.86 तक रखा जा सकता है, लेकिन इसके लागू होने की संभावना कम है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि फिटमेंट फैक्टर (fitment factor update) 1.8 तक रखा जा सकता है। यानी कर्मचारियों का मूल वेतन मौजूदा दर से 1.8 गुना यानी 80% तक बढ़ सकता है। हालांकि, इसके साथ ही 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद महंगाई भत्ता (DA) कर्मचारियों की बेसिक सैलरी (basic salary) में मर्ज कर दिया जाएगा। फिलहाल महंगाई भत्ता (DA) कर्मचारियों को 58% मिल रहा है। नया वेतन आयोग लागू होते ही डीए जीरो (DA Zero) हो जाएगा। महंगाई भत्ते को रीसेट कर फिर से 0 से शुरू किया जाएगा।
इतना रखा जा सकता है फिटमेंट फैक्टर?
एंबिट कैपिटल के मुताबिक, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर (fitment factor) 1.83 से 2.46 के पास रखा जा सकता है। इससे सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 14 प्रतिशत से 34 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी हो सकती है। कोटक की रिपोर्ट के मुताबिक, 1.8 के फिटमेंट फैक्टर से कुल वेतन में लगभग 13% की इजाफा होगा। 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में 2.57 के फिटमेंट फैक्टर के बावजूद प्रभावी वृद्धि सिर्फ 14.3% रही थी, क्योंकि उस समय 6वें वेतन आयोग (6th Pay Commission) की अवधि के अंत में महंगाई भत्ता 125% तक बढ़ चुका था, जिसे जीरो कर दिया गया।
7वें वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों को फिलहाल 18,000 रुपये प्रति महीना मूल वेतन मिल रहा है। इसके अलावा, मकान किराया भत्ता (HRA) 4,320 रुपये मंथली है और यात्रा भत्ता (TA) 1,350 रुपये है। इससे कर्मचारियों का कुल वेतन 23,670 रुपये बन जाता है। अगर इसमें वर्तमान महंगाई भत्ता यानी 58 प्रतिशत को जोड़ दिया जाए तो कर्मचारियों का यह न्यूनतम वेतन (Basic Salary Hike) लगभग 34,110 हो गया है।
8वें वेतन आयोग में कितनी बढ़ेगी कर्मचारियों की सैलरी?
8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर को अनुमानित आंकड़ों के हिसाब से रखा जाता है तो केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी और वेतन में तगड़ा उछाल आएगा। वर्तमान में 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का मूल वेतन 18,000 रुपये प्रति महीना है। अगर नया फिटमेंट फैक्टर 1.8 रखा जाता है, तो कर्मचारियों की सैलरी बढ़कर 32,400 रुपये हो जाएगी। वहीं, 2.0 के फिटमेंट फैक्टर पर मूल वेतन 36,000 रुपये और 2.46 के फैक्टर पर मूल वेतन 44,280 रुपये प्रति तक पहुंच जाएगा।
यदि सरकार 7वें वेतन आयोग के समान या थोड़ा ज्यादा फिटमेंट फैक्टर (2.57) रखा जाता है, तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 46,260 रुपये हो सकती है। हालांकि, बेसिक सैलरी हाइक (Basic Salary Hike Update) को लेकर कोई अधिकारिक रिपोर्ट सामने नहीं आई है। अंतिम निर्णय वेतन आयोग की सिफारिशों और केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद ही साफ होगा। इन अनुमानित आंकड़ों से यह पता चलता है कि कर्मचारियों की सैलरी में 80% से लेकर 157% तक वृद्धि हो सकती है।
