8वें वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में जोरदार बढ़ोतरी होने वाली है। फिटमेंट फैक्टर को 2.86 से बढ़ाकर एक नई ऊंचाई पर लाने का फैसला लिया गया है, जिससे कर्मचारियों की सैलरी में जबरदस्त इजाफा होगा। इस बढ़ोतरी से सरकारी कर्मचारियों के वित्तीय हालात में सुधार होगा और उनके जीवन स्तर में भी बढ़ोतरी होगी। जानें इस बढ़ोतरी के बाद कर्मचारियों को कितनी सैलरी मिलेगी और इसके असर के बारे में पूरी जानकारी।
सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी का पिटारा खुल चुका है! 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की घोषणा के बाद से केंद्रीय कर्मचारियों में सैलरी में इजाफे की चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया कि केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग की रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक विशेष संगठन बना दिया है। अब सवाल यह है कि कर्मचारियों की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी और उन्हें इससे कितना लाभ मिलेगा?
न्यूनतम वेतन में भारी वृद्धि
अब तक, केंद्रीय कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन ₹18,000 प्रति माह था, लेकिन 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद इसे बढ़ाकर ₹51,480 प्रति माह किए जाने की संभावना जताई जा रही है। ये आंकड़े सुनते ही सरकारी दफ्तरों में मानो जश्न का माहौल बन गया है।
अब कर्मचारियों के बीच यह चर्चा चल रही है कि “नई सैलरी कब से आएगी?” और इस बढ़ोतरी के साथ डीए (Dearness Allowance) में भी वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है। महंगाई के इस दौर में, कर्मचारियों को इस बढ़ोतरी से राहत मिलना तय है।
8वें वेतन आयोग की शुरुआत कब से होगी?
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात की पुष्टि की है कि 8वें वेतन आयोग का गठन 2025 में किया जाएगा। इसके लागू होने का संभावित समय 1 जनवरी 2026 है। इसका मतलब यह है कि नए साल के स्वागत के साथ कर्मचारियों को अपनी dream salary मिलना शुरू हो जाएगी। जब सैलरी में इस तरह का इजाफा हो रहा हो, तो भले ही इंतजार लंबा हो, लेकिन इसका आनंद कर्मचारियों को बहुत खास तरीके से मिलेगा।
हर दशक में आता है नया वेतन आयोग
अगर हम इतिहास पर नजर डालें, तो केंद्र सरकार हर 10 साल में नया वेतन आयोग लागू करती है। इससे पहले, 7वें वेतन आयोग को 1 जनवरी 2016 से लागू किया गया था, जबकि 6वां वेतन आयोग 2006 में आया था। अब बारी है 8वें वेतन आयोग की, जो 2026 में लागू होगा।
फिटमेंट फैक्टर से सैलरी में होगा बड़ा इजाफा
अब बात करते हैं फिटमेंट फैक्टर की, जो सैलरी हाइक का असली “गुरु मंत्र” है। 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिससे न्यूनतम वेतन ₹7,000 से बढ़कर ₹18,000 हो गया था।
अब, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर को 2.86 तक बढ़ाने का प्रस्ताव है। इसका मतलब यह है कि जिस कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹18,000 है, वह बढ़कर ₹51,480 हो सकती है। यानी, सीधे तौर पर 186% का इजाफा। जब यह बदलाव कर्मचारियों की सैलरी स्लिप में दिखेगा, तो मानो सेल्फी लेने का एक नया दौर शुरू हो जाएगा और सोशल मीडिया पर “वाह भाई वाह” जैसे मैसेज वायरल होने लगेंगे।
2026 में बढ़ी हुई सैलरी का इंतजार
हालांकि, यह नई सैलरी 2026 के फरवरी महीने से मिलनी शुरू होगी। केंद्र सरकार ने संकेत दिए हैं कि बढ़ा हुआ वेतन जनवरी 2026 से लागू हो जाएगा। इस बढ़ोतरी से न केवल कर्मचारियों को राहत मिलेगी, बल्कि पेंशनभोगियों को भी बढ़ी हुई पेंशन मिलेगी।
आप शायद सोच रहे होंगे कि “इतना लंबा इंतजार क्यों?” लेकिन, जो चीज़ मिलनी तय है, उसका इंतजार करना भी एक अलग ही अनुभव होता है।
इस फैसले से कर्मचारियों में खुशी का माहौल है, और वे इस बदलाव का स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अब बस यह इंतजार है कि कब से उनकी सैलरी में यह बढ़ोतरी शुरू होती है और उनकी मेहनत का फल उन्हें मिलने लगता है।