8th Pay Commission : सरकार हर 10 साल में नया वेतन आयोग लागू किया जाता है। अब सातवें वेतन आयोग का कार्यकाल समाप्त होने को हैं। ऐसे में कर्मचारियों के बीच आठवें वेतन आयोग को लेकर इंतजार बढ़ता जा रहा है। अब हाल ही में कर्मचारियों के लिए सैलरी हाइक पर बड़ा अपडेट सामने आया है। अपडेट के मुताबिक आठवें वेतन आयोग में 2.86 फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor Hike) लागू होने से कर्मचारियों की सैलरी में तगड़ा इजाफा देखने को मिलेगा।
जब भी कोई नया वेतन आयोग लागू किया जाता है तो कर्मचारियों की सैलरी में फिटमेंट फैक्टर के हिसाब से इजाफा किया जा सकता है। अब हाल ही में सैलरी हाइक पर बड़ा अपडेट समाने आया है, जिसके तहत कर्मचारियों की सैलरी में बंपर उछाल देखने केा मिलेगा। ऐसे में आइए खबर में जानते हैं कि आठवां वेतन आयोग (8th Pay Commission) कब तक लागू होगा।
इतने महीने में सौपी जाएंगी रिपोर्ट
अब हाल ही में सरकार की ओर से आठवें वेतन आयोग के लिए टर्म्स ऑफ रेफरेंस (Terms of Reference) को मंजूरी दे दी गई है। आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर कर्मचारियों की सैलरी, वेतन और भत्तों में संशोधन किया जाता है। आठवां वेतन आयोग (8th cpc updates) सरकार को अपनी रिपोर्ट 18 महीने में सौपेंगा। उम्मीद है कि आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू की जाएंगी।
इतना होगा फिटमेंट फैक्टर
भले ही आठवें वेतन आयोग ने अभी तक ऑफिशियल सैलरी स्लैब को जारी नहीं किया हैं, लेकिन आठवें वेतन आयोग में 2.86 के फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) के मुताबिक कर्मचारियों की सैलरी में 186 प्रतिशत का इजाफा हो सकता है। हालांकि, आपको बता दें कि फिलहाल में 1 लाख रुपये प्रति महीने कमाने वाले मिड-लेवल सरकारी कर्मचारियों के लिए सैलरी (Salary for Mid-Level Government Employees) में बढ़ौतरी बजटीय आवंटन के बेस पर अलग-अलग हो सकती है।
कब लागू हुआ था 7वां वेतन आयोग
वर्तमान में चल रहे सातवें वेतन आयोग (seventh pay commission) के तहत कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन तकरीबन 7000 रुपये से बढ़कर 18000 रुपये तय किया गया था। कर्मचारियों की यह सैलरी साल 2016 में लागू की गई थी और सातवें वेतन आयोग में 2.57 फिटमेंट फैक्टर को तय किया गया था।
फिटमेंट फैक्टर से कितनी बढ़ेगी सैलरी
बात करे फिटमेंट फैक्टर की तो फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा मल्टीपेयर (Multiplier)होता है। फिटमेंट फैक्टर का यूज पुराने मूल वेतन (Basic Pay) को केलकुलेट करके नए मूल वेतन को निर्धारित किया जाता है। इस दौरान SSC CHSL के तहत जो भर्ती होने वाले कर्मचारी है उन लोअर डिवीजन क्लर्क की बेसिक सैलरी 19000 रुपये होती है। अगर आठवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor In 8th cpc) 2.86 निर्धारित किया जाता है, तो इसको केलकुलेट करने का फॉर्मूला है। नया वेतन = पुराना मूल वेतन × फिटमेंट फैक्टर।
यानी की कर्मचारियों का नया वेतन (new salary of employees) = 19000 × 2.86 = 54,340 रुपये हो जाता है। यानी देखा जाए तो कर्मचारियों का नया बेसिक पे 54,340 रुपये के आस-पास हो जाएगा।
कब गठित हुए थे पिछले वेतन आयोग
जब भी कोई नया वेतन आयोग (new pay commission) लागू किया जाता है तो नए वेतन आयोग का प्रभाव हर सरकारी कर्मचारी की सैलरी, पेंशन और भत्तों परदेखने को मिलता है। जान लें कि सबसे पहला वेतन आयोग 1946 में लागू किया गया था और दूसरा वेतन आयोग 1959 में लागू हुआ था। दूसरा वेतन आयोग 13 साल बाद लागू किया गया था और तीसरा 14 साल बाद लागू किया गया था और चौथा लगभग 13 साल बाद लागू हुआ था।
