8th Pay Commission Updates : कर्मचारियों में आठवें वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार बढ़ा हुआ है, क्योंकि आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में उछाल आएगा। अब जल्द ही आठवें वेतन आयोग के तहत सैलरी हाइक और फिटमेंट फैक्टर को लेकर कर्मचारियों (8th Pay Commission Updates )के लिए बड़ा अपडेट आया है। आइए खबर में जानते हैं कि आठवां वेतन आयोग कब तक लागू हो सकता है।
सरकार ने 8वें वेतन आयोग को लेकर जनवरी में ही मंजूरी दे दी है। जैसे अी आठवां वेतन आयोग लागू होगा तो इससे केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में बंपर इजाफा होगा। नए वेतन आयोग (8th Pay Commission) के तहत सैलरी बढ़ौतरी में सबसे अहम रोल फिटमेंट फैक्टर का होता है।
अब सभी कर्मचारियों की निगाहें फिटमेंट फैक्टर में टिकी है। खबर में जानिए कि नए वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर से कर्मचारियों की सैलरी कितनी बढ़ेगी।
कब लागू हो सकता है 8वां वेतन आयोग
कर्मचारी आस लगाए बैठे हैं कि आठवां वेतन आयोग एक जनवरी 2026 से लागू हो सकता है। हालांकि कुछ जानकारों का कहना है कि आठवें वेतन आयोग(8th cpc) में थोड़ी देरी भी हो सकती है और यह एक अप्रैल 2026 से शुरू हो सकता है।
बता दें कि तारीख चाहे जो हो, कर्मचारियों की नजरें फिटमेंट फैक्टर पर टिकी हुई है ,क्योंकि यही आठवें वेतन आयोग (8th cpc salary hike) के तहत नई सैलरी का आधार बनेगा। हालांकि सरकार ने अभी तक कोई तय तारीख घोषित नहीं की है।
क्यो अहम है फिटमेंट फैक्टर
बात करें फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) की तो ये एक ऐसा मल्टीपेयर होता है, जिससे मौजूदा बेसिक सैलरी को गुणा करके नई बेसिक सैलरी को निर्धारित किया जाता है। उदाहरण के लिए वर्तमान में चल रहे 7वें वेतन आयोग में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor Hike)तय किया गया था।
इससे कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये प्रति माह हो गई थी और अभी कर्मचारियों को यही सैलरी मिल रही है। सुत्रो के मुताबिक आठवें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक हो सकता है।
अगर ऐसा होता है तो इससे न्यूनतम मूल वेतन (Employees Minimum Basic Pay) 51,000 रुपये से ज्यादा हो सकता है और कर्मचारियों की सैलरी में 40,000 से 45,000 रुपये की बढ़ौतरी हो सकती है।
कितना बढ़ा था कर्मचारियों का वेतन
वर्तमान में चल रहे 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर 2.57 होने के बाद भी नए ढांचे के लागू होते ही महंगाई भत्ता (dearness allowance) जीरो कर दिया गया था, क्योंकि उस समय में इंडेक्स को दोबारा शुरू किया गया था।
इससे कर्मचारियों की सैलरी की वास्तविक बढ़ौतरी 14.3 प्रतिशत रही, लेकिन भत्तों को जोड़कर पहले साल में कुल वेतन में तकरीबन 23 प्रतिशत का इजाफा हुआ। वहीं, 6वें वेतन आयोग (6th pay commission) ने वेतन और भत्तों में तकरीबन 54 प्रतिशत की बंपर बढ़ौतरी की सिफारिश की थी, जो कर्मचारियों के लिए राहत भरी थी।
इतना हो सकता है फिटमेंट फैकटर
जहां कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि आठवें वेतन आयोग (Eighth Pay Commission)के तहत 1.83 से 2.46 के बीच फिटमेंट फैक्टर हो सकता है, वहीं, कुछ एक्सपर्ट के मुताबिक फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.5 से 2.86 तक हो सकता है।
हालांकि भले ही यह अंतर मामूली लगे, लेकिन सरकारी सैलरी में इसका प्रभाव हजारों से लेकर लाखों रुपये तक पड़ सकता है। इसी वजह से कर्मचारियों के बीच इस आंकड़े को लेकर उत्सुकता चरम पर है।