चुकंदर की खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है क्योंकि यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है, साथ ही मिट्टी की सेहत सुधारकर कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है।
चुकंदर की खेती
चुकंदर सेहत के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। यह शरीर में खून की कमी नहीं होने देता और बीपी, त्वचा, हार्ट और बहुत सी बीमारियों को कंट्रोल करता है और साथ ही शरीर को कमजोर नहीं होने देता है। इसके अलावा ये मिट्टी के सेहत के लिए भी अच्छी मानी जाती है क्योंकि ये मिट्टी में पोषक तत्व बढ़ाती है। ठंडी का मौसम चुकंदर की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। आइए जानते हैं इसकी खेती कैसे करें।
चुकंदर की खेती कैसे करें
चुकंदर की खेती अगर सही समय पर करें तो उत्पादन अच्छा होगा और चुकंदर की खेती का उपयुक्त समय होता है अक्टूबर से लेकर फरवरी तक । आइए नीचे देखते हैं इसकी खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-
- चुकंदर की खेती के लिए दोम्मद मिट्टी सही मानी जाती है क्योंकि इस मिट्टी का ph ज्यादा तर 6 से 7.5 के बीच होता है ,जिससे पानी की निकासी अच्छे से होती है और जड़ सड़ते नहीं हैं।
- बीजों को बोने से पहले 2 से 3 बार खेतों को अच्छे से बुवाई करें जिससे खेत भुरभुरा हो जाए।
- चुकंदर की बीज कृषि केंद्रों, नर्सरी या प्रमाणित कृषि दुकानों से खरीदें और उन्नत बीजों का चयन करे जैसे क्रिमसन ग्लोब, डेट्रायट डार्क रेड और पूसा रिजका।
- कतारों को खेत में 25 से 30 सेमी की दूरी पर बनाएं।
- बीजों को 2 से 3 सेंटीमीटर गहराई में बोए और पौधे की दूरी 10 सेमी रखें।
- बुवाई के समय प्रति हेक्टेयर 100 से 120 किलोग्राम नाइट्रोजन,40 से 50 किलोग्राम फास्फोरस और 60 से 70 किलोग्राम पोटाश डालें।
- बीजों को बोने के बाद हल्की सिंचाई करें, जिससे बीज अंकुरित हो जाए।
- बोने के बाद 7 से 10 दिन में सिंचाई करें।
- खेत को खरपतवार नियंत्रण के लिए बीच बीच में निराई करते रहें।
- चुकंदर की फसल 90 से 100 दिन बाद तैयार हो जाती है।
एक एकड़ से 1 लाख तक की कमाई

अगर एक एकड़ में चुकंदर लगाते हैं तो 4 से 5 किलोग्राम बीज लग जाते हैं। मजदूरी से लेकर बीज, खाद सब को जोड़ लिया जाए तो फसल की लागत 25 हज़ार रूपए तक आती है। एक एकड़ से चुकंदर की औसतन 180 क्विंटल तक की उपज हो जाती है। इसका भाव 8 से 12 रूपए तक रहता है, इस भाव के मुताबिक प्रति एकड़ 80 हज़ार से एक लाख रूपए तक का शुद्ध मुनाफा हो सकता है। किसानों के लिए चुकंदर कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है।
