देश के करोड़ों राशन कार्ड धारकों और गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं के लिए यह खबर महत्वपूर्ण हो सकती है। सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) और एलपीजी गैस वितरण को और अधिक पारदर्शी (transparent) तथा कुशल (efficient) बनाने के उद्देश्य से कई बड़े बदलावों को लागू करने की खबरें सामने आ रही हैं। इन बदलावों का सीधा असर आम लोगों की दैनिक जिंदगी और उनके बजट पर पड़ सकता है।
इन नियमों का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ केवल सही और योग्य लाभार्थियों तक ही पहुंचे। लंबे समय से चल रही फर्जी राशन कार्ड और डुप्लीकेट गैस कनेक्शन जैसी समस्याओं पर लगाम कसने के लिए यह नई व्यवस्था लाई जा रही है। इसलिए, हर उपभोक्ता को इन महत्वपूर्ण परिवर्तनों के बारे में जानना और अपने दस्तावेज़ों को अपडेट रखना अनिवार्य है।
ये नए नियम खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा सब्सिडी के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकते हैं, जिससे भ्रष्टाचार (corruption) पर रोक लगेगी और जरूरतमंदों को उनका पूरा हक मिलेगा। आइए, विस्तार से जानते हैं कि 11 दिसंबर से कौन से पांच मुख्य नियम लागू होने की बात कही जा रही है और इनका पालन न करने पर क्या परिणाम हो सकते हैं।
राशन कार्ड e-KYC की अनिवार्यता और सत्यापन (Verification)
राशन कार्ड से जुड़ा सबसे बड़ा और जरूरी बदलाव e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) को लेकर है। सरकार ने फर्जी लाभार्थियों को सिस्टम से बाहर करने के लिए राशन कार्ड e-KYC अनिवार्य कर दिया है।
पहले नियम के तहत, सभी राशन कार्ड धारकों को एक निश्चित समय सीमा के भीतर अपने राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाना और बायोमेट्रिक सत्यापन (biometric verification) पूरा करना होगा। ऐसा न करने पर दिसंबर महीने के बाद राशन मिलने में दिक्कत आ सकती है या राशन कार्ड रद्द भी हो सकता है। यह कदम ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ (ONORC) योजना को मजबूत करने और लाभार्थियों की सही पहचान सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
पात्रता मानदंड में बदलाव और कार्ड सरेंडर नियम
राशन कार्ड का दूसरा महत्वपूर्ण नियम पात्रता मानदंडों (eligibility criteria) में बदलाव से संबंधित है। सरकार उन लोगों की पहचान कर रही है जो आर्थिक रूप से सक्षम होने के बावजूद सब्सिडी वाला राशन ले रहे हैं।
नए नियमों के अनुसार, ऐसे परिवार जिनके पास चार पहिया वाहन, एयर कंडीशनर (AC), या निर्धारित सीमा से अधिक कृषि भूमि (जैसे 5 एकड़ से अधिक) है, उन्हें अब अपात्र माना जाएगा। ऐसे सभी अयोग्य परिवारों को अपना राशन कार्ड स्वैच्छिक रूप से सरेंडर करने का आदेश दिया जा रहा है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो जांच के बाद उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है और कानूनी कार्रवाई का प्रावधान भी है।
गैस सिलेंडर डिलीवरी के लिए OTP और डिजिटल निगरानी
गैस सिलेंडर वितरण प्रणाली में धोखाधड़ी रोकने के लिए एक बड़ा बदलाव किया गया है। अब एलपीजी गैस सिलेंडर की डिलीवरी लेते समय OTP (वन टाइम पासवर्ड) सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है।
