उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के लिए नई KCC कर्ज माफी योजना पर काम कर रही है। इस योजना में पहले उन किसानों को शामिल किया जाएगा जो डिफाल्टर हैं और आर्थिक स्थिति के कारण कर्ज नहीं चुका पाए। छोटे किसानों का ₹1 लाख तक का कर्ज माफ किया जा सकता है। योजना मार्च 2025 तक लागू होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आ रही है। राज्य सरकार किसानों के कर्ज माफ करने की नई योजना पर काम कर रही है। भले ही हाल के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में “कर्ज माफी” का वादा नहीं किया था, लेकिन अंदरखाते इस दिशा में तेजी से प्लानिंग चल रही है। आगामी महीनों में किसान कर्ज माफी योजना को लेकर बड़ा ऐलान किया जा सकता है, जिससे लाखों किसानों को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
किसानों को मिलेगा KCC माफी योजना का लाभ
मीडिया रिपोर्ट्स और विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) धारकों को आंशिक कर्ज माफी का लाभ देने की तैयारी में है। यह लाभ विशेष रूप से उन किसानों को दिया जाएगा जो बीते कुछ वर्षों से आर्थिक तंगी झेल रहे हैं और अपने कर्ज का भुगतान करने में असमर्थ रहे हैं।
सरकार की मंशा है कि छोटे और सीमांत किसानों को राहत प्रदान की जाए ताकि वे दुबारा खेती में निवेश कर सकें और अपनी आमदनी बढ़ा सकें।
इन किसानों को मिलेगी प्राथमिकता
योजना के तहत सबसे पहले उन किसानों को कर्ज माफी में शामिल किया जाएगा जो केसीसी के डिफाल्टर घोषित हो चुके हैं। यानी जिन किसानों ने अब तक बैंक में कोई ब्याज या मूलधन जमा नहीं किया है, उन्हें इस बार मौका दिया जा सकता है।
कई किसान ऐसे भी हैं जिनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई है कि वे ब्याज तक चुका नहीं पा रहे। इन्हीं जरूरतमंद किसानों को इस योजना की पहली सूची में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।
एक लाख तक का कर्ज होगा माफ
सूत्रों के अनुसार, इस योजना में छोटे किसानों के लिए बड़ा तोहफा तैयार किया जा रहा है। जिन किसानों पर एक लाख रुपये तक का कर्ज बकाया है, उन्हें पूरा लाभ मिल सकता है। यानी सरकार उनका पूरा ₹1,00,000 तक का लोन माफ करने पर विचार कर रही है।
छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह कदम बहुत बड़ी राहत लेकर आएगा, क्योंकि अधिकांश किसानों का औसत कर्ज एक से डेढ़ लाख रुपये के बीच ही रहता है। वहीं, बड़े किसानों को इस योजना से फिलहाल किसी विशेष लाभ की संभावना नहीं है। सरकार चाहती है कि पहले उन किसानों को राहत दी जाए जिनकी आर्थिक स्थिति सबसे कमजोर है।
योजना कब लागू होगी?
कर्ज माफी योजना को लेकर सरकार जनवरी से फरवरी 2025 के बीच नीति को अंतिम रूप देने की तैयारी में है। अधिकारियों का कहना है कि योजना पूरी तरह तैयार होने के बाद मार्च 2025 के आसपास इसका ऐलान किया जा सकता है।
जिस तरह पहले भी किसान ऋण मोचन योजना के तहत किसानों को राहत दी गई थी, उसी तर्ज पर इस बार भी एक चरणबद्ध प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इससे लाभ पारदर्शी तरीके से किसानों तक पहुंचेगा।
सरकार का लक्ष्य
कृषि क्षेत्र देश की रीढ़ है, और उत्तर प्रदेश जैसे कृषि प्रधान राज्य में किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना किसी भी सरकार की प्राथमिकता होती है। यही कारण है कि बीजेपी सरकार, भले मेनिफेस्टो में उल्लेख न किया हो, लेकिन अब किसान कल्याण के लिए गंभीरता से योजना बना रही है।
सरकार का उद्देश्य सिर्फ कर्ज माफ करना नहीं, बल्कि किसानों को दोबारा आत्मनिर्भर बनाना भी है ताकि वे भविष्य में खेती के लिए कर्ज पर निर्भर न रहें।
अधिकारियों और किसानों की प्रतिक्रियाएं
कई किसान संगठनों ने इस संभावित योजना का स्वागत किया है। उनका कहना है कि बढ़ती महंगाई और घटती पैदावार के कारण किसानों की स्थिति बिगड़ रही है, ऐसे में कर्ज माफी एक बड़ा राहत देने वाला कदम होगा। वहीं बैंकिंग सेक्टर भी सरकार से ऐसी नीति की उम्मीद लगा रहा है जो किसानों और संस्थाओं दोनों के हितों को संतुलित करे।
क्या सरकार जल्द करेगी आधिकारिक घोषणा?
फिलहाल सरकार की ओर से कोई औपचारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है, लेकिन संकेत साफ हैं कि कुछ बड़ा आने वाला है। अनुमान है कि जैसे ही नीति तय होगी, इसका अपडेट आधिकारिक वेबसाइट और मीडिया पोर्टल्स पर साझा किया जाएगा।
तब तक किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी KCC स्थिति जांचते रहें और बैंक में आवश्यक कागजात सही करवाएं, ताकि योजना शुरू होते ही वे इसका तुरंत लाभ उठा सकें।
