BCCI: दुबई में खेले गए अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के हाथों मिली 191 रनों की करारी हार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बेहद गंभीरता से लिया है।
BCCI Calls Review Meeting: अंडर-19 एशिया कप 2026 फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 191 रनों की भारी हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सख्त रुख अपनाया है। इस नतीजे ने भारतीय क्रिकेट हलकों में चिंता बढ़ा दी है, जिसके चलते बोर्ड ने टीम के प्रदर्शन की औपचारिक समीक्षा (रिव्यू) कराने का फैसला लिया है।
23 दिसंबर को हुई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की एपेक्स काउंसिल बैठक में ये तय किया गया कि हार के कारणों के साथ-साथ मैदान पर टीम के आचरण की भी जांच की जाएगी।
BCCI करेगा कप्तान और कोच से पूछताछ
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI इस मामले में केवल स्कोरलाइन तक सीमित नहीं रहना चाहता। बोर्ड टीम मैनेजर से विस्तृत रिपोर्ट मांगेगा और हेड कोच हृषिकेश कानिटकर तथा कप्तान आयुष म्हात्रे से सीधे बातचीत करेगा। बैठक में ये साफ किया गया कि रणनीतिक चूक, मैच के दौरान फैसले और दबाव में टीम की प्रतिक्रिया इन सभी पहलुओं पर जवाबदेही तय की जाएगी। साथ ही, खिलाड़ियों के मैदान पर आचरण को लेकर उठे सवालों पर भी स्थिति साफ की जाएगी।
पाकिस्तान के आरोपों से बढ़ा विवाद
मैच के बाद पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोपों ने विवाद को और गहरा कर दिया है। पाकिस्तान अंडर-19 टीम के कोच सरफराज अहमद ने दावा किया कि टूर्नामेंट के दौरान भारतीय खिलाड़ियों का व्यवहार खेल भावना के अनुरूप नहीं था। उनके बयान के बाद BCCI ने इस पहलू को भी समीक्षा के दायरे में शामिल करने का संकेत दिया है। बोर्ड का रुख साफ है, भारतीय टीम से न केवल बेहतर प्रदर्शन, बल्कि खेल भावना और अनुशासन की भी अपेक्षा की जाती है।
टॉस का फैसला बना टर्निंग पॉइंट
विशेषज्ञों की राय में भारत की हार की नींव टॉस के समय ही पड़ गई थी। दुबई की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल दिख रही थी, इसके बावजूद कप्तान आयुष म्हात्रे ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पाकिस्तान के ओपनर सामीर मिनहास ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और 113 गेंदों में 172 रन की विस्फोटक पारी खेली। पाकिस्तान ने 50 ओवर में 347/8 का विशाल स्कोर खड़ा किया।
