Haryana Monsoon Forecast: देशभर में मानसून अपने निर्धारित पैटर्न के अनुसार ही आगे बढ़ रहा है। यह किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण समय है क्योंकि मानसून की बारिश फसलों के लिए जीवनदायिनी होती है। हरियाणा में भी मानसून के समय पर पहुंचने की संभावनाएं जताई जा रही हैं, जिससे किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है।
हरियाणा में बारिश की संभावना
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ के अनुसार मानसूनी हवा और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण प्रदेश में बारिश देखने को मिली थी। पिछले दो दिनों में हुई बारिश ने मौसम में परिवर्तन लाया है और तापमान में भी कमी दर्ज की गई है।
प्री-मानसून हवाएं और मानसून की एंट्री
डॉ. खीचड़ ने जानकारी दी कि एक बार फिर से प्री-मानसूनी हवाएं 26 जून के बाद सक्रिय हो सकती हैं। इसके बाद 28 जून से 3 जुलाई के दौरान प्रदेश में मानसून की एंट्री हो सकती है। इससे पहले 22 से 26 जून के मध्य मौसम खुश्क रहेगा। जिससे तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। फिर दोबारा से मानसूनी हवाएं जोर पकड़ने से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
मानसून अच्छे संकेत दे रहा
पिछले वर्ष मानसून का आगमन 3 जुलाई के आसपास हुआ था। लेकिन उससे पहले प्री-मानसून की बारिश 28 जून के आसपास हुई थी। इस साल मानसून मौसम वैज्ञानिकों को अच्छे संकेत दे रहा है। अनुमान है कि इस बार मानसून में सामान्य से अधिक बारिश होगी, जो कि किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने इस बार के मानसून को लेकर विशेष अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार मानसून के दौरान तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इसलिए किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करने की सलाह दी गई है।
