किसानों को मखाने का बीज पर सरकार 75% तक अनुदान भी दे रही है, जिससे खेती की लागत कम होगी। आइए जानते हैं मखाने की इस पूरी योजना के बारे में।
मखाना के बीजों पर अनुदान
सरकार मखाना के बीजों पर किसानों को 75% अनुदान दे रही है, यानी केवल 25% खर्च किसानों को खुद करना होगा। मखाने की खेती की लागत घटाने के लिए सरकार किसानों को सहयोग दे रही है। मखाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, इसलिए इसकी खेती करके किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। बिहार में मखाना की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है। अन्य राज्यों में भी बिहार के मखाना की काफी मांग है, जिससे किसानों को लाभ हो रहा है। सरकार भी इस खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों की मदद कर रही है।
मखाना की कौन-सी वैरायटी अनुदान पर मिल रही है
किसानों को मखाना की स्वर्ण वैदेही प्रजाति के बीज अनुदान पर दिए जा रहे हैं। इस प्रजाति की खासियत यह है कि ये बीज 7 से 15 दिनों के भीतर अंकुरित हो जाते हैं, जिससे किसानों को अच्छा उत्पादन मिलता है। एक किसान अधिकतम 60 किलो तक बीज अनुदान पर ले सकता है। इतनी मात्रा में लगभग 5 हेक्टेयर क्षेत्र में मखाना की खेती की जा सकती है। बीज लेने के बाद किसानों को नर्सरी तैयार करनी होती है, जो 2 से 3 दिनों के भीतर की जाती है। इस समय मखाना की खेती के लिए उपयुक्त समय है।
मखाना के बीज अनुदान पर कैसे मिलेंगे
मखाना के बीज अनुदान पर लेने के लिए किसानों को हॉर्टिकल्चर बिहार पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा। यदि आपके पास तालाब है या खेत में पानी भरने की अच्छी व्यवस्था है, तो आप मखाना की खेती कर सकते हैं। आवेदन के बाद विभाग द्वारा खेत या तालाब का भौतिक सत्यापन किया जाता है। यदि आपकी जमीन मखाना की खेती के लिए उपयुक्त पाई जाती है, तो अनुदान प्रदान किया जाता है। मखाना की खेती करने के इच्छुक किसानों के लिए यह एक अच्छा और लाभदायक विकल्प है।
