हम सब ये जरूर जानते हैं की शराब हमारे शरीर के लिए काफी नुकसानदायक है क्योंकि इससे शरीर के अंदरूनी अंगों जैसे लीवर, किडनी जैसे जरूरी अंगों को काफी नुकसान होता है पर फिर भी बहुत सारे लोगों को शराब पीने की आदत लग जाती है , क्या है इसका कारण, आइये नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं
New Delhi : आज देश में करोड़ों लोग डेली शराब पीते हैं और बहुत सारे लोगों को शराब पीने की आदत लग गयी है जिसकी वजह से वो बिना शराब पीये बिना नहीं रह सकते | शराब की बोतल के ऊपर भी लिखा रहता है की ये सेहत के लिए हानिकारक है और इससे कैंसर जैसी गंभीर बिमारी हो सकती है पर फिर भी लोगों को इसकी लत लगते देर नहीं लगती | क्यों लग जाती है लोगों को शराब की लत, आइये जानते हैं
कैसे लग जाती है शराब की लत?
हाल ही में हुई एक रिसर्च के अनुसार शराब शरीर और मन को एक आभासी दुनिया में जीने की आदत लगा देती है. जो व्यक्ति इसे पीता है उसे वास्तविक दुनिया फीकी लगने लगती है और अल्कोहल की क्रेविंग होना शुरू हो जाती है. इसी रिसर्च में ये बात सामने आई है कि किसी भी आदत को लगने में तीन फैक्टर काम करते हैं, पहला संकेत, दोहराव और रिवॉर्ड.
किसी भी चीज की लग सकती है लत
व्यक्ति को लत किसी भी चीज की लग सकती है, जैसे चाय की लत, शॉपिंग की लत, पोर्न की लत या फिर शराब पीने की लत. शुरुआत में लोग शौकिया तौर पर शराब पीते हैं. इसके बाद उनका मन कभी कभार शराब पीने के संकेत देने लगता है. उन्हें ऐसा महसूस होने लगता है कि शराब पीने से उनके दिन और दिमाग को अच्छा महसूस होगा और उनकी चिंताएं खत्म हो जाएंगी. फिर ये क्रेविंग लगातार होती रहती है और उस व्यक्ति को शराब की लत लग जाती है.
क्यों दिमाग देने लगता है शराब पीने के संकेत?
अब सवाल ये भी उठता है कि जिस चीज को पीकर इंसान अपना होश खो दे और सही से चलना, उठना, बैठना भी भूल जाए भला उसे क्यों पीना चाहेगा? तो बता दें कि शराब में मौजूद अल्कोहल मन-मस्तिष्क में ऐसा केमिकल लोचा पैदा कर देता है कि लोग उसके जाल में फंसते जाते हैं.
दरअसल जब भी कोई व्यक्ति रोजाना और ज्यादा मात्रा में शराब पीना शुरू कर देता है तो उसके दिमाग में ‘टेट्रा हाइड्रो आइसोक्वीनोलिन’ नामक केमिकल बनता है. यही केमिकल न्यूरोट्रांसमिटर्स के जरिए बताता है कि शरीर को और अल्कोहल की जरूरत है, जिसके बाद इंसान उसका आदी बन जाता है.