Causes of Cancer: डाटा के मुताबिक भारत में हाल ही वर्षों में कैंसर से होने वाली मौत में वृद्धि हुई है, लेकिन हम सबके सामान्य शरीर में कैंसर सेल्स आखिर कैसे और क्यों एक्टिवेट हो जाती है इसके बारे में जानने की जरूरत है।
Causes of Cancer: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही दिल दहल जाता है इस बीमारी के बारे में अगर सही जानकारी नहीं हो। इसके अलावा सही उपचार नहीं किया जाए तो जानलेवा भी साबित हो सकता है दुनिया भर में हर साल कैंसर की वजह से लाखों लोगों की मौत हो जाती है।
वहीं कैंसर के कारण (causes of cancer) और लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। रेडिएशन, केमिकल के संपर्क में आने या किसी तरह के इन्फेक्शन की वजह से कैंसर हो सकता है, तो आईए जानते हैं इसके 5 लक्षण।
कैंसर के कारण
कैंसर कोशिकाओं के भीतर डीएनए में परिवर्तन (म्यूटेशन) के कारण होता है एक कोशिका के अंदर डीएनए को बड़ी संख्या में अलग-अलग दिनों में पैक किया जाता है जिनमें से प्रत्येक में निर्देशों का एक सेट होता है।
जो सेल को बताता है कि क्या कार्य करना है साथ ही वैसे बढ़ना है और विभाजित करना है निर्देशों में त्रुटियां कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से कार्य करने और फैलने लगती है, जो कैंसर का कारण बनता हैं।
कैंसर के क्या लक्षण है।
सभी कैंसर के लक्षण उसके प्रकार और स्थान के अनुसार अलग-अलग होते हैं, लेकिन कुछ अन्य लक्षण भी हैं जो देखे जा सकते हैं जैसे:-
- भूख कम लगा।
- पाचन संबंधी समस्या, कब्ज या दस्त होना।
- त्वचा के रंग में बदलाव होना।
- आवाज बदल जाना।
- जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द होना।
- शरीर का वजन अचानक कम होना या बढ़ जाना।
- त्वचा में गांठ बनना।
- लिंम्फ नोड्स में सूजन।
- घाव ठीक होने में ज्यादा समय लगना।
वजन कंट्रोल न करना।
मोटापे और कैंसर की जोखिम के बीच संबंध स्पष्ट है शोध से पता चलता है कि शरीर में अतिरिक्त वसा कई कैंसर के जोखिम को बनता है जिसमें कोलोरेक्टल, राजोनिवृत्ति के बाद स्तन, गर्भाशय, ऐसोफीजियल, किडनी और अग्राशय से कैंसर शामिल है जिससे मोटापे से जोखिम बढ़ता है।
जंक फूड खाना।
बाहर का खाना खाने से आपको संभावित रूप से हानिकारक रसायन, जिसे फथलेट कहा जाता है, के उच्च स्तर का खतरा हो सकता है, जो कैंसर जैसी बीमारियों से जुड़ा हुआ है कई लोग फथलेट्स से सावधान रहते हैं जिसका इस्तेमाल अक्सर प्लास्टिक में किया जाता है जब- जब हम बाहर खाने जाते हैं और जब भी फ्राइड फूड आइटम कंज्यूम करते हैं, कैंसर का खतरा बढ़ता जाता है।
हेपेटाइटिस बी वायरस
हेपेटाइटिस बी एक वायरस है जो आपके लीवर को प्रभावित कर सकता है कुछ लोगों के लिए अगर इसका इलाज नहीं किया जाता है तो यह लिवर कैंसर का कारण बन सकता है।
HPV
सर्वाइकल स्क्रीनिंग का उद्देश्य सर्वाइकल कैंसर को रोकना है यह उच्च जोखिम वाले HPV के लिए परीक्षण करता है और एचपीवी के कारण होने वाले शुरुआती कोशिकाओं परिवर्तन की जांच करता है। इन कोशिकाओं की निगरानी की जा सकती है या कैंसर बनने से पहले उनका उपचार किया जा सकता है। सर्वाइकल स्क्रीनिंग ज्यादातर महिलाओं, कुछ ट्रांस पुरुषों को दी जाती है।
धूम्रपान
धूम्रपान से कैंसर हो सकता है और फिर आपके शरीर को इससे लड़ने से रोक सकता है। सिगरेट के धुएं में मौजूद जहर शरीर की प्रतीरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है जिससे कैंसर कोशिकाओं को मारना मुश्किल हो जाता है।
जब ऐसा होता है तो कैंसर कोशिकाएं बिना रुके बढ़ती रहती है तंबाकू के धुएं में मौजूद जहर कोशिका के डीएनए को नुकसान पहुंचा सकता है या बदल सकता है सिगरेट पीना फेफड़ों के कैंसर के लिए सबसे बड़ा जोखिम होता है।