कानपुर से कबरई तक के नेशनल हाईवे को फोरलेन में बदलने की प्रक्रिया में तेजी आई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से दर्जनों गांव सुरक्षित होंगे और इस क्षेत्र का संपूर्ण विकास होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने नए सिरे से तैयारियों की शुरुआत कर दी है, जिसमें महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।
New Expressway: कानपुर से कबरई तक के नेशनल हाईवे को फोरलेन में बदलने की प्रक्रिया में तेजी आई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से दर्जनों गांव सुरक्षित होंगे और इस क्षेत्र का संपूर्ण विकास होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने नए सिरे से तैयारियों की शुरुआत कर दी है, जिसमें महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।
कानपुर-कबरई नेशनल हाईवे को फोरलेन बनाने के लिए एनएचएआई ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की है। इस परियोजना को पांच अलग-अलग पैकेजों में विभाजित किया गया है, जिससे निर्माण कार्य सुचारू रूप से हो सके।
परियोजना के लिए सर्वेक्षण और स्थलीय निरीक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है। मैपिंग कंपनी के इंजीनियरों ने कई दिनों तक सर्वेक्षण किया, जिसके बाद एनएचएआई की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया।
कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर, और महोबा के 68 गांव। एनएचएआई की टीम द्वारा हाल ही में निरीक्षण किया गया। परियोजना के तहत यमुना और बेतवा नदियों पर नए फोरलेन पुलों का निर्माण भी किया जाएगा। इन पुलों का निर्माण हमीरपुर शहर के सिटी फारेस्ट के पास किया जा रहा है और इन्हें नए फोरलेन हाईवे में प्रयोग में लाया जा सकता है।
एनएचएआई के राज्य परियोजना निदेशक अमन रुहेला के निर्देशानुसार, इंजीनियरों की एक टीम ने हमीरपुर आकर सेतु निगम और लोनिवि प्रांतीय खंड के अभियंताओं के साथ बैठक की। टीम ने बाईपास फोरलेन पुलों का जायजा लिया और आवश्यक जानकारी जुटाई।
कानपुर-कबरई नेशनल हाईवे का फोरलेन में परिवर्तन इस क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। 3,700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि आसपास के गांवों की सुरक्षा और विकास में भी वृद्धि होगी। एनएचएआई द्वारा की जा रही तैयारियों से यह स्पष्ट है कि इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जो कि क्षेत्र के नागरिकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।