बिना बैटरी के सोलर सिस्टम की पूरी सच्चाई जानें
सोलर एनर्जी सूर्य से मिलने वाली एनर्जी है जो नेचुरल तरीके से हमें मिलती है और इस एनर्जी का उपयोग आज के समय में बिजली पैदा करने के लिए काफी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इन कुछ सालों में इस नेचुरल और रिन्यूएबल सोर्स का उपयोग सोलर पैनलों के उपयोग से किया जा रहा है जिससे सोलर सिस्टम की डिमांड पर काफी सर्ज देखने को मिला है।
आज बाजार में कई टाइप के सोलर पैनल सिस्टम अवेलेबल हैं जिसका उपयोग करके आप अपने बिजली के बिलों को भी कम करके बिना कार्बन एमिशन किए अपनी बिजली की नीड्स को पूरा कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कैसे आप भी एक सोलर सिस्टम को बिना बैटरी के लगा सकते हैं।
बैटरी के बिना सोलर सिस्टम इंस्टॉल करना
एक सोलर सिस्टम में सोलर पैनल सिस्टम का सबसे इम्पोर्टेन्ट कॉम्पोनेन्ट है, इसमें एक सोलर इन्वर्टर का उपयोग भी किया जाता है। सोलर पैनल सनलाइट को बिजली में कन्वर्ट करते हैं जिससे डायरेक्ट करंट के फॉर्म में बिजली पैदा होती है। फिर सोलर इन्वर्टर पैनलों से प्राप्त डायरेक्ट करंट को अल्टेरनेटिंग करंट में कन्वर्ट करता है जिससे आप अपने बिजली के इक्विपमेंट को ऑपरेट कर सकते हैं।
सोलर पैनल प्रदूषण पैदा किए बिना क्लीन इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करते हैं जिससे वे पर्यावरण के लिए काफी लाभदायक बन जाते हैं। यह था एक ऑन-ग्रिड सिस्टम जिसमे पावर बैकअप का उपयोग नहीं किया जाता है। वहीँ एक ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम में पावर बैकअप के लिए बैटरी का उपयोग किया जाता है। बैटरी को ऐड करने से सिस्टम की कॉस्ट और भी ज्यादा बढ़ जाती है। एक ऑन-ग्रिड सिस्टम बैटरी के न होने पर काफी किफायती बन जाता हैं।
बैटरी रहित ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है। सोलर पैनल द्वारा जनरेट की गई बिजली ग्रिड के साथ शेयर की जाती है। इससे कंस्यूमर ग्रिड पावर पर निर्भर करता है और शेयर की गई बिजली की कैलकुलेशन करने के लिए एक नेट मीटर लगाया जाता है। यह सिस्टम सरकारी सब्सिडी के लिए भी एलिजिबल होता है।
ऐसे सिस्टम के लिए एक ट्रांसफॉर्मर-लेस इन्वर्टर का उपयोग किया जाता है। यह एक एडवांस टाइप का इन्वर्टर है जो सोलर पैनल को सीधे इन्वर्टर से कनेक्ट करता है। इन्वर्टर DC पावर को AC में कन्वर्ट करता है जिसका उपयोग घर के डिवाइस को पावर देने के लिए किया जा सकता है।
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी
पीएम सोलर रूफटॉप योजना के माध्यम से आप 1 किलोवाट से लेकर 10 किलोवाट तक के ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए अपने लोकल DISCOM के साथ रेजिस्टर्ड वेंडर से सोलर इक्विपमेंट खरीदना ज़रूरी है और वेंडर की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर ली जा सकती है।
इस योजना के अनुसार 1 किलोवाट सिस्टम के लिए ₹30,000 की सब्सिडी, 2 किलोवाट सिस्टम के लिए ₹60,000 की सब्सिडी और 3 किलोवाट से 10 किलोवाट के बीच के सिस्टम के लिए ₹78,000 की सब्सिडी प्रोवाइड करी जाती हैं। सरकारी सब्सिडी का उपयोग करके आप सोलर सिस्टम पर लगने वाली कॉस्ट को काफी कम कर सकते हैं।