भारत में शराब पर लगने वाले टैक्स की दरें राज्यों के हिसाब से काफी भिन्न होती हैं. जहां कर्नाटक में शराब पर 83% का टैक्स लगता है वहीं हरियाणा में यह दर मात्र 47% है. यह विविधता शराब की कीमतों में स्पष्ट अंतर का कारण बनती है.
कीमत और गुणवत्ता के बीच का संबंध
अक्सर यह धारणा बन जाती है कि जहां शराब सस्ती होती है वहां इसकी गुणवत्ता खराब हो सकती है. हालांकि शराब की गुणवत्ता उसके उत्पादन स्थल पर निर्भर करती है और अधिकांशतः यह एक जैसी ही रहती है चाहे वह किसी भी राज्य में बेची जाए .
क्या कम कीमत खराब क्वालिटी का आधार
शराब की कम कीमत अक्सर उस पर लगने वाले कम टैक्स के कारण होती है, न कि गुणवत्ता में कमी के कारण. यहां तक कि एक ही कंपनी की शराब विभिन्न राज्यों में अलग-अलग टैक्स दरों के कारण कीमत में अंतर प्रस्तुत करती है .
उपभोक्ता क्या समझें?
उपभोक्ताओं को यह समझना चाहिए कि शराब की कीमत और गुणवत्ता में सीधा संबंध नहीं होता. शराब का उत्पादन एक ही जगह हो सकता है परंतु विभिन्न राज्यों में उसकी कीमत वहां के टैक्स के आधार पर तय होती है

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		