SBI Mutual Funds ने कर दिया कमाल : म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिन लोगों को या तो शेयर बाजार का अनुभव नहीं है या फिर जो शेयर बाजार में निवेश का जोखिम नहीं उठाना चाहते, वे इसमें ज्यादा निवेश कर रहे हैं। कई म्यूचुअल फंड ( Mutual Funds ) ऐसे हैं, जिन्होंने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। हालांकि इनमें निवेश करना भी जोखिम भरा है, लेकिन शेयर बाजार जितना नहीं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( State Bank of India ) के एक म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है।
SBI Mutual Funds ने कर दिया कमाल
एसबीआई के जिस म्यूचुअल फंड की हम बात कर रहे हैं, वह एक स्मॉल कैप फंड है। इसका नाम ‘एसबीआई स्मॉल कैप फंड- डायरेक्ट ग्रोथ’ है। इस म्यूचुअल फंड ने 5 साल में 20,000 रुपये प्रति महीने के निवेश को करीब 28 लाख रुपये बना दिया है। यानी इन 5 सालों में इसने निवेश को दोगुना से भी ज्यादा कर दिया है।
Mutual Funds में कैसे 20 हजार बन गए 28 लाख रुपये?
इस म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को 5 साल में औसतन 30 फीसदी से थोड़ा ज्यादा सालाना रिटर्न दिया है। इसका एक साल का रिटर्न 37.29 फीसदी और 3 साल का रिटर्न 24.14 फीसदी रहा है।
SBI Mutual Funds ने कर दिया कमाल
इसमें 20,000 रुपये प्रति महीने की एसआईपी से 5 साल में जमा की गई रकम 12 लाख रुपये होती। चूंकि 5 साल में औसत सालाना रिटर्न 30.35 रहा है, इसलिए इन 5 सालों में ब्याज 16.18 लाख रुपये होता। इस तरह 5 साल में निवेशक की कुल रकम 28.18 लाख रुपये होती। यह रिटर्न 100 फीसदी से भी ज्यादा है।
इन Mutual Funds ने भी दिया अच्छा रिटर्न
एसबीआई के अलावा दूसरी कंपनियों के म्यूचुअल फंड ने भी निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। कुछ प्रमुख म्यूचुअल फंड का सालाना रिटर्न इस प्रकार रहा:
- क्वांट स्मॉल कैप फंड: 28.97%
- निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड: 27.38%
- क्वांट ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड: 26.21%
- मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड: 25.46%
- क्वांट फ्लेक्सी कैप फंड: 25.44%
Mutual Funds में निवेश कितना जोखिम भरा है?
म्यूचुअल फंड शेयर बाजार से जुड़े होते हैं। ऐसे में इनमें निवेश करना जोखिम भरा माना जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव से घबराना नहीं चाहिए। लंबी अवधि के लिए इसमें निवेश करना बेहतर होगा। एक्सपर्ट्स कम समय में पैसा कमाने की चाहत रखने वालों को म्यूचुअल फंड ( Mutual Funds ) से दूर रहने की सलाह देते हैं।