किसान साथियो और व्यापारी भाइयों पिछले 1 हफ्ते में सरसों के भाव में उपर से 300 रुपये तक उड़ चुके हैं। यूट्यूब सोशल मीडिया और WhatsApp ग्रुप चलाने वाले जानकारो के सरसों में और तेजी आने के तथाकथित दावों की अब हवा निकल चुकी है। सरसों में तेजी मंदी का रुझान अब किसान भी समझने लगे हैं इसी लिए मौका देखकर भर भर कर अपनी सरसों मंडियों में लेकर आ रहे हैं। यही कारण है कि सरसों की आवक इस हफ्ते में 3 लाख 50 हजार बोरी के उपर बनी हुई है। दोस्तो मंडी भाव टुडे पर हमने पहले भी बताया है कि बाजार में अक्सर ऐसे होता है की तेजी के माहौल में ज्यादा तेजी और मन्दी के माहौल में ज्यादा मंदी आ जाती है। सरसों में भी ऐसा ही हुआ है थोड़ा सा बाजार का सेंटिमेंट कमजोर होते ही स्टॉकिस्टों और किसानों ने माल बेचना शुरू कर दिया है जिससे बाजार पर और दबाव आ गया है।
दोस्तो लेकिन सरसों का फंडामेंटल इतना भी कमजोर नहीं है कि इसमें डरने की कोई बड़ी जरूरत हो। ईरान इजरायल की लड़ाई के शुरू होने से बाजार में जरूरत से ज्यादा तेजी क़ा गई थी जिसके कारण मुनाफावसूली बनी है लेकिन हमारा मानना है कि अब भाव अपने फंडामेंटल सपोर्ट पर जा कर स्थिर हो जाएंगे। विदेशी बाजारों से भी कुछेक ऐसी खबरें आयी हैं जो सरसों के बाजार को प्रभावित कर सकती है। बाजार में गिरावट का यह दौर कब रुकेगा और भाव किस स्तर पर सेटल हो जाएंगे आज की रिपोर्ट में हम सरसों और तेल तिलहन के बाजार की पूरी रिपोर्ट आपके सामने रखेंगे।
ताज मार्केट अपडेट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों मंगलवार का दिन ऐसा दिन था जब काफी लंबे समय के बाद सरसों के बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली। सरसों के भाव 125 से लेकर 150 रुपए तक टूट गए। जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव जो की सोमवार को 6875 रुपए प्रति क्विंटल चल रहे थे वह शाम को 6750 के रह गए। भरतपुर में भी सरसों का भाव जो कि शनिवार को 6626 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था वह 2 दिन में 225 रुपए की है गिरावट कल 6400 के स्तर पर आ गया। अन्य मंडियों में भी समान अनुपात में गिरावट देखने को मिली है। मुख्य व्यापार केंद्रों के भाव को देखें तो दिल्ली लॉरेंस रोड पर सरसों का रेट 6575 चरखी दादरी मंडी में सरसों का रेट 6525, अलवर में 6500, बरवाला में 6200, हिसार में 6100, मुरैना में 6150 ग्वालियर में 6300 खैरथल में 6500, टोंक में 6280, निवाई में 6300 और सिवानी मंडी में 6250 के भाव बाजार में देखने को मिल रहे हैं। मंगलवार को सरसों की आवक 3 लाख 50 हजार बोरी की हुई। सरसों के भाव पर सोयाबीन की अधिक आवक होने का दबाव भी आ रहा है। आपकी जानकारी के लिए बताने की मंगलवार को देश भर की मंडियों में 825000 बोरी सोयाबीन की आवक हुई है
प्लांटों पर तेज गिरावट
बाजार के कमजोर सेंटिमेंट को देखते हुए ब्रांडेड तेल मिलों ने भी सरसों के भाव में 100 रुपये तक की कटौती की। सबसे ज्यादा गिरावट सलोनी प्लांट पर हुई जहां पर भाव 125 तक कमजोर हुआ। सलोनी प्लांट पर सरसों का अंतिम भाव 7400 प्रति कुंटल का रहा । बात गोयल कोटा प्लांट की करें तो यहां पर सरसों के भाव 50 रुपये टूट कर 6650 के रह गए। वंश सीतापुर प्लान्ट पर भाव स्थिर रहे और अंतिम भाव 6900 के रहे। अडानी बूंदी और अलवर प्लान्ट पर भाव क्रमशः 6750 और 6750 रुपये प्रति क्विंटल के रिपोर्ट किए गए हैं।
हाजिर मंडियों में क्या रहे रेट
हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो राजस्थान की नोहर मंडी सरसों भाव ₹ 5800/6175, सिवानी मंडी सरसों भाव ₹ 6250, श्री गंगानगर मंडी सरसों भाव ₹ 4950/6095, गोलू वाला मंडी सरसों भाव ₹ 6129, बीकानेर अनाज मंडी सरसों भाव ₹ 5300 से 5901, ऐलनाबाद मंडी सरसों भाव ₹ 5800-6090, सिरसा मंडी सरसों भाव ₹ 5700-6300, आदमपुर मंडी सरसों भाव ₹ 6263 और कृषि उपज मंडी श्री विजयनगर में सरसों का रेट ₹ 6122 प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।
विदेशी बजारों की अपडेट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों का बाजार अस्थिर सा लग रहा है। तिलहन फसलों के उत्पादन और कंडीशन को लेकर आए दिन कोई न कोई रिपोर्ट आती रहती है जो भावों को प्रभावित करती रहती है। यही कारण है कि विदेशी बाजारों में तिलहन और खाद्य तेलों के भावों में उतार चढ़ाव की गति बहुत ज्यादा बढ़ गई है अगर मलेशिया की खाद्य तेल बाजार की बात करें तो यहां पर पाम तेल के भाव जो कि कल सुबह गिरावट के साथ खुले थे अब तेजी दिख रहे हैं मलेशिया के KLC एक्सचेंज पर पाम तेल का दिसंबर वायदा 50 रिंगिट तेज होकर 4317 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुआ। अमेरिका के शिकागो में भी सोया तेल का दिसंबर वायदा के 0.55 तेज होकर 42.45 सेंट पर कारोबार होने की अंतिम रिपोर्ट मिली है। चीन के डालियां कमोडिटी, एक्सचेंज पर पाम तेल की वायदा में 2.2% और सोया तेल के वायदा में 1.52% तक की गिरावट दर्ज की गई।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार खाद्य तेल विश्लेषकों ने नेशनल ऑयलसीड प्रोसेसर्स एसोसिएशन (नोपा) की रिपोर्ट से पहले अनुमान लगाया है कि सितंबर में अमेरिका में सोया तेल का स्टॉक 1.083 बिलियन पाउंड रह सकता है, जो लगभग एक दशक में सबसे कम है।
तेल और खल के भाव
सरसों तेल और खल के भाव में लगातार गिरावट जारी रही । मंगलवार को जयपुर में कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 30 रुपये घटकर 1371 रुपये प्रति 10 किलो रहे, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के भाव भी 30 रुपये घटकर 1361 रुपये प्रति 10 किलो पर के रह गए । सरसों खल के भाव में भी गिरावट बनी और खल के रेट 30 रुपये घटकर 2530 रुपये प्रति क्विंटल रह गए
कब रुकेगी सरसों में गिरावट
दोस्तों इस समय सरसों के भाव में चल रही गिरावट का एक और कारण सरकारी एजेंसी द्वारा सरसों की बिकवाली करना है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकारी एजेंसी नाफेड जोर-शोर से इस समय सरसों की बिकवाली कर रही है जिससे बाजार में सप्लाई का थोड़ा सा दबाव बन गया है। बाकी कसर को विदेशी बाजारों में आयी गिरावट ने पूरा कर दिया है और सरसों के भाव पिछले एक हफ्ते में ₹300 तक कमजोर हो गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अक्टूबर महीने में मलेशिया का पाम तेल निर्यात 15 फ़ीसदी बढ़ा है इसके बाद उम्मीद बन रही है कि आज विदेशी बाजारों में मजबूती दिखेगी। जिसके बाद बाजार का सेंटिमेंट सुधर सकता है । घरेलू बाजार में भी पाम तेल का स्टॉक बहुत ज्यादा नहीं है इसलिए भी खाद्य तेलों में चल रही गिरावट पर ब्रेक लग सकता है। दोस्तों इस समय रवि फसलों की बुवाई का सीजन चल रहा है और हमें उम्मीद है कि चने की अच्छे भाव को देखते हुए बहुत सारे किसान चने की और आकर्षित हो रहे हैं और ऐसे में सरसों का रकबा घट सकता है। वैसे भी सरसों का स्टॉक बहुत ज्यादा नहीं बचा है और नयी सरसों के आने में अभी लंबा समय है। मार्केट के फंडामेंटल को देखते हुए कहा जा सकता है कि जयपुर में 6700 के आसपास गिरावट रुक जानी चहिये। किसानों और व्यापरियों को सरसों का स्टॉक हल्का करते रहना चाहिए। व्यापार अपने विवेक से करें।