MS Dhoni: हांगकांग सिक्सेस टूर्नामेंट (Hong Kong Cricket Sixes) 7 सालों बाद वापसी करने को तैयार है. इससे पहले ये टूर्नामेंट 2017 में खेला गया था, जिसके बाद अब 7 सालों बाद 2024 में ये टूर्नामेंट एक बार फिर खेला जायेगा. इस टूर्नामेंट की शुरुआत 1 नवंबर 2024 से होगी और भारतीय टीम ने इसके लिए अपनी टीम की घोषणा भी कर दी है. भारतीय टीम (Team India) ने इसके लिए रोबिन उथप्पा (Robin Uthappa) को अपनी टीम का कप्तान नियुक्त किया है.
दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम भारतीय टीम का प्रदर्शन अब तक इस टूर्नामेंट में कुछ खास नही रहा है. भारत को सभी आईसीसी ट्रॉफी जीताने वाले भारतीय पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) भी इस टूर्नामेंट का हिस्सा रह चुके हैं, लेकिन टीम इंडिया का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में कुछ खास नही रहा है. हालांकि महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था और इस दौरान उन्होंने एक मैच में 200 के घातक स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है.
MS Dhoni ने टीम इंडिया के लिए खेलने से पहले खेला था ये टूर्नामेंट
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने टीम इंडिया के लिए 2004 में वनडे डेब्यू किया था. अब बात करें इस टूर्नामेंट की तो 2004 में ही महेंद्र सिंह धोनी ने हांगकांग सिक्सेस टूर्नामेंट खेला था और इस दौरान उन्होंने 1 मैच में 200 के घातक स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी. महेंद्र सिंह धोनी ने इस दौरान चौके छक्के की बरसात की और 450 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए.
हालांकि इस मैच में भारतीय टीम को शिकस्त का सामना करना पड़ा था. इसी वजह से फैंस को ये टूर्नामेंट और मैच कुछ खास याद नही होगा, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने इस टूर्नामेंट में गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया था.
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने जिस सीजन ये टूर्नामेंट खेला था, उस दौरान इस टीम की कमान निखिल चोपड़ा (Nikhil Chopra) के हाथो में थी और इस टूर्नामेंट का हिस्सा भारत की तरफ से इक़बाल सिद्दकी, महेंद्र सिंह धोनी, सुब्रतो बनर्जी, निखिल चोपड़ा, प्रवीण आमरे और देबाशीष मोहंती इस टूर्नामेंट का हिस्सा थे.
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया था ये मैच
हम जिस मैच की बात कर रहे हैं, ये मैच भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 6 नवंबर 2004 को खेला गया था. साउथ अफ्रीका की टीम इस मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी और निर्धारित 5 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर 92 रन बनाए थे. इस दौरान 1 विकेट महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को मिला था, तो वहीं दूसरा विकेट कप्तान निखिल चोपड़ा ने लिया था. महेंद्र सिंह धोनी ने 1 ओवर में 1 विकेट लेकर 9 रन खर्च किया था.
इसके बाद जब भारतीय टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो ओपनिंग इक़बाल सिद्दकी और महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने किया. इकबाल सिद्दकी ने इस दौरान 11 गेंदों पर 3 चौके और 3 छक्के की मदद से 34 रन बनाए, वहीं महेंद्र सिंह धोनी ने 10 गेंदों में 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 20 रन बनाए थे.
बाकी का कोई भी खिलाड़ी 10 रनों के आंकड़े को नही छु सका और भारत को 20 रनों से इस मैच में शिकस्त झेलनी पड़ी. टीम इंडिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 72 रन बनाए थे.
इस टूर्नामेंट के 1 महीने बाद 23 दिसम्बर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था. यही वजह है कि इस टूर्नामेंट और महेंद्र सिंह धोनी के प्रदर्शन के बारे में ज्यादा लोगों को कुछ खास पता नही है.