UPSRTC News: उत्तर प्रदेश सरकार ने परिवहन को बेहतर बनाने के लिए सड़क परिवहन निगम का हर बस स्टेशन अब सोलर पैनल से जगमगाएगा. ताकि यात्रियों को किफायती और सुविधाजनक सफर मिल सके. इन शहरों को जोड़ते हुए प्रदूषण को कम करने और स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देने का काम करेंगे.राज्य में परिवहन व्यवस्था को सुधारने की योजना के तहत प्रदेश के सभी बस स्टेशनों और वर्कशॉप का प्रतिमाह करीब एक करोड़ रुपये का बिल परिवहन निगम को भरना पड़ता है. जब सोलर पैनल से बस स्टेशन लैस हो जाएंगे तो बिजली बिल का पैसा बचेगा और इससे परिवहन निगम यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करेगा. साथ ही जो पुराने संविदा ड्राइवर और कंडक्टर हैं, उनके वेतन में भी बढ़ोतरी किए जाने का प्लान है.
यूपीनेडा की तरफ से बस स्टेशनों का सर्वे शुरू कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश के सभी बस स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाने की तैयारी है. इसके लिए रोडवेज मुख्यालय ने 115 कार्यशालाओं और 300 बस स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाने का प्रस्ताव बनाया है. इस प्रस्ताव के लिए यूपीनेडा से संपर्क किया जा रहा है. इन सभी बस स्टेशनों और कार्यशालाओं पर 25 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया जाएगा. अभी तक उत्तर प्रदेश में एकमात्र कैसरबाग बस स्टेशन ही सोलर पैनल से जगमगाता है. सोलर पैनल से ही बस स्टेशन का एसी प्लांट संचालित होता है.
एसी प्लांट और सोलर पैनल इंस्टाल किया गया
वर्ष 2016 में कैसरबाग बस स्टेशन में एसी प्लांट और सोलर पैनल इंस्टाल किया गया था. अब इसी तर्ज पर सभी बस स्टेशन सोलर पैनल की रोशनी से रोशन करने की तैयारी है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अपने निजी बस स्टेशनों और 115 कार्यशालाओं में बिजली खर्च के एवज में 95 लाख रुपये बिजली का बिल अदा करता है. सोलर पैनल लगने से इन पैसों की सीधे तौर पर बचत होगी. इन पैसों से ही परिवहन निगम बस स्टेशन पर जो भी यात्री सुविधा बढ़ानी हैं उनको बढ़ाने पर खर्च करेगा.
परिवहन निगम के अधिकारी ये भी बताते हैं कि रोडवेज के हजारों संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का प्लान है. बता दें कि दूरदराज जिलों में तमाम ऐसे छोटे बस स्टेशन हैं, जहां पर रात में अगर बिजली चली गई तो अंधेरा ही छाया रहता है. जब इन बस स्टेशनों पर सोलर पैनल लग जाएंगे तो यात्रियों को यहां पर बैठने में कोई असुविधा नहीं होगी. किसी तरह की कोई अप्रिय घटना भी घटित नहीं होगी.
