New Noida City: उत्तर प्रदेश सरकार ने बुलंदशहर और दादरी के लगभग 80 गांवों की जमीन पर नए नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को मंजूरी दे दी है. इस प्रक्रिया का पहला चरण जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया होगी, जिससे भविष्य में इस क्षेत्र का बड़ा विकास हो सकेगा.
मास्टर प्लान की विशेषताएं और अधिग्रहण की योजना
नए नोएडा को दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (DNGIR) के नाम से पहचाना जाएगा, जिसे 209.11 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में विकसित किया जाएगा. यह योजना नोएडा प्राधिकरण द्वारा वर्ष की शुरुआत में प्रस्तुत की गई थी और हाल ही में इसे सरकारी मंजूरी प्राप्त हुई है.
प्रभावित गांवों और विकास के चरण
नए नोएडा का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा जिसका पहला चरण वर्ष 2027 तक पूरा होगा और इसमें 3165 हेक्टेयर जमीन को विकसित किया जाएगा. इसके बाद के चरणों में अधिक जमीन का विकास होगा, जिसमें 2027 से 2032 के बीच 3798 हेक्टेयर जमीन शामिल होगी.
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया और चुनौतियाँ
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया विभिन्न तरीकों से हो सकती है, जिसमें किसानों से आपसी सहमति से जमीन खरीदना, या फिर धारा-4 और 6 के तहत अधिग्रहण शामिल है. इस प्रक्रिया में आने वाली चुनौतियाँ (land acquisition challenges) भी महत्वपूर्ण हैं जिसे सरकार को संभालना पड़ेगा.
आबादी और भूमि उपयोग की योजना
नए नोएडा की आबादी का अनुमान छह लाख के आसपास होगा. इस नए शहर में 40 प्रतिशत भूमि औद्योगिक उपयोग के लिए, 13 प्रतिशत आवासीय उपयोग के लिए और शेष भूमि हरित क्षेत्र और मनोरंजन गतिविधियों के लिए आरक्षित की गई है.