Pilot Salary Per Month in india: आसमान में उड़ते हुए विमान को देखकर अक्सर बच्चों में पायलट बनने का सपना जाग उठता है. इस सपने को साकार करने के लिए भारत में मुख्यतः दो तरीके हैं: सिविल एविएशन और भारतीय रक्षा बलों के माध्यम से.
सिविल एविएशन के तहत पायलट बनना
सिविल एविएशन पायलट का कार्य कमर्शियल एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर उड़ाना (commercial aviation) होता है जो व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए यात्रियों और माल का परिवहन करते हैं.
पायलट बनने की प्रक्रिया
किसी भी इच्छुक पायलट को 12वीं कक्षा में गणित और भौतिकी के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है (educational requirements). उसके बाद, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त फ्लाइंग स्कूल से ट्रेनिंग और उड़ान घंटों का अनुभव प्राप्त करना होता है.
पायलट लाइसेंस की आवश्यकता
सिविल एविएशन पायलट को DGCA (Directorate General of Civil Aviation) से वाणिज्यिक पायलट लाइसेंस (commercial pilot license) प्राप्त करना होता है, जो उन्हें विमान उड़ाने का अधिकार देता है.
प्राइवेट जेट पायलट की सैलरी और सुविधाएँ
प्राइवेट जेट पायलटों की सैलरी उनके अनुभव और उड़ाने वाली एयरलाइंस की नीतियों पर निर्भर करती है (salary of pilots). उदाहरण के लिए, एयर इंडिया के पायलटों की शुरुआती सैलरी 1 से 1.5 लाख रुपये प्रति माह हो सकती है.